चन्दन का पलना-शबाब १९५४
और लता मंगेशकर का गाया हुआ युगल गीत, वो भी
नौशाद के संगीत निर्देशन में. हेमंत कुमार की सेवाएं
नौशाद ने बहुत कम लीं गायन में, इस लिहाज से जो
भी हेमंत कुमार के गाये गीत हैं नौशाद के संगीत वाले
वे सब रेयर की श्रेणी में आते हैं. नौशाद ने ज़्यादातर
लता-रफ़ी के युगल गीत बनाये हैं. सेवाएं भी इन दोनों
गायक कलाकारों की ज्यादा लीं हैं. फिल्म शबाब में ढेर
सारे गीत हैं. दूसरा युगल गीत लता-रफ़ी की आवाजों
में ही है. बाकी के एकल गीत हैं.
गीत लिखा है शकील बदायूनी ने जो कि नौशाद के प्रिय
गीतकार रहे. ये गीत इस प्रकार से भी रेयर है कि एक
संगीतकार के संगीत निर्देशन में दूसरा संगीतकार गीत
गा रहा है.
गीत के बोल:
हो ओ चन्दन का पलना, रेशम की डोरी
झूला झुलाऊँ निंदिया को तोरी
चन्दन का पलना
सो जा तू ऐसे मोरी सजनिया
सजिया पे सोये जैसे दुल्हनिया
चन्दा का टीका माथे लगाऊँ
तारों की माला तुझको पिहनाऊँ
तारों की माला तुझको पिहनाऊँ
तोहे सुलाऊँ गा गा के लोरी
झूला झूलाऊँ निंदिया को तोरी
चन्दन का पलना
ऊँचे गगन से कोई बुलाये
आई हैं परियां डोला सजाये
साजन से मिलने दूर चली जा
उड़ के तू निंदिया फूर चली जा
उड़ के तू निंदिया फूर चली जा
चन्दा पुकारे आ जा चकोरी
झूला झूलाऊँ निंदिया को तोरी
चन्दन का पलना, रेशम की डोरी
झूला झुलाऊँ निंदिया को तोरी
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Chandan ka palna-Shabab 1954
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