चल पड़ी चल पड़ी-दिल पे मत ले यार २०००
उसमें से एक शब्द है-समानांतर सिनेमा. कुछ फ़िल्में लीक से
हट कर बनी होती हैं कमर्शियल सिनेमा में भी. आज जिस
फिल्म से गीत सुनवा रहे हैं आपको वो भी लीक से हट के
बनी एक फिल्म है जिसमें मनोज बाजपेई ने शानदार अभिनय
किया है. फिल्म में उनके साथ नायिका हैं-तब्बू. ऐसी फिल्मों
को हम ऑफ-बीट भी कहते हैं.
फिल्म के निर्देशक हैं हंसल मेहता जिन्होंने संजीव कपूर के शो
खाना खज़ाना से अपना कैरियर शुरू किया था. उसके बाद तो
उन्होंने कई सीरियल भी निर्देशित किये. फिल्म उनका सराहनीय
प्रयास रहा और जनता की प्रशंसा भी मिली फिल्म को.
आइये सुनें गीत जिसे सुरेश वाडकर और रूप कुमार राठौड ने
गाया है. अब्बास टायरवाला के लिखे गीत की तर्ज़ बनायीं है
विशाल भरद्वाज ने.
गीत के बोल:
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
ओये चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
तेरी तो चल पड़ी
धुल गई भैया धुल गई भैया
धुल गई अपनी तो
खुल गयी भैया खुल गयी भैया
किस्मत तेरी तो
धुल गई भैया धुल गई भैया
धुल गई अपनी तो
खुल गयी भैया खुल गयी भैया
किस्मत तेरी तो
तेरी तो तेरी तो निकल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
ओये चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
तेरी तो चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
ओये चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
तेरी तो चल पड़ी
धुल गई भैया धुल गई भैया
धुल गई अपनी तो
खुल गयी भैया खुल गयी भैया
किस्मत तेरी तो
मटियारे मटियारे ये घटिया खटिया
ओए मटियारे
मटिया दे ये घटिया घटिया
मटिया दे
सोवत है खोवत है खटिया मटिया दे
जागो जागो भोर भई
अरे दिल उसके संग चला गया
तेरी तो फिसल रही थी तेरी तो उछल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
तेरी तो चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
तेरी तो तेरी तो चल पड़ी
घबराता घबराता हूँ मैं घबराता
अजी घबराता
घबराता घबराता हूँ मैं घबराता
सपनों से हूँ मैं शर्माता
अरे घुस जा घुस जा सपनों में
धीमी धीमी आंच के सपनों में
जो होता है होता है
सब कुछ पलक झपकने में
मेरी तो उछल रही थी
मेरी तो मचल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
मेरी तो चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
चल पड़ी चल पड़ी चल पड़ी
मेरी तो चल पड़ी
धुल गई भैया धुल गई भैया
धुल गई अपनी तो
खुल गयी भैया खुल गयी भैया
किस्मत मेरी तो
मेरी तो मेरी तो
मेरी तो निकल पड़ी
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Chal padi chal padi-Dil pe mat le yaar 2000
Artists: Manoj Bajpai
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