आँखें तेरी इतनी हंसी-अनवर २००७
तीसरी वजह-कुछ नहीं, बस यूँ ही.इस गीत के पसंद आने
की क्या वजह है ये जानिये इस पोस्ट में.
प्रस्तुत गीत जिस नायिका पर फिल्माया गया है उसकी
आँखों की शान में कुछ ज्यादा कसीदे काडे गए हैं. नायिका
हैं नौहीद सायरसी. नायिका सुन्दर हैं, निस्संदेह, थोड़ी बहुत
एक्टिंग भी कर लेती हैं. नायक हैं सिद्धार्थ कोइराला, मनीषा
कोइराला के भाई.
गीत पसंद आने की सीढ़ी एक वजह है ढाक-चिक ढाक-चिक
स्टाइल का तबला है. शुरू में मुझे ये आतिफ असलम की
गायकी का एक्सटेंशन जैसा लगता था, मगर धीरे धीरे यह
समझ आया रूप कुमार राठौड की गायकी आतिफ की गायकी
से ज्यादा समृद्ध है. गीत में इको और कोरस का प्रभावी
इस्तेमाल किया गया है. अंग्रेजी भाषा में संगीत भक्त कुछ
यूँ कहते हैं-Tune grows on you after a while(गीत आपके ऊपर
कुछ समय बाद उगने लगता है). कुछ ऐसा ही है इस गीत
के साथ, धीरे धीरे आपको ये पसंद आना शुरू होता है.
गीत के बोल सईद कादरी के हैं और संगीत मिथुन का. एक
बढ़िया धुन बनाई है मिथुन ने जिसे लंबे समय तक सुना
जा सकेगा.
गीत के बोल:
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
आँखें तेरी
आँखें तेरी इतनी हंसी
के इनका आशिक मैं बन गया हूँ
मुझको बसा ले इनमें तू
इश्क है
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
इश्क है
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
इश्क है
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
के इनका आशिक मैं बन गया हूँ
मुझको बसा ले इनमें तू
मुझसे ये हर घडी मेरा दिल कहे
तुम्ही हो उसकी आरजू
मुझसे ये हर घडी मेरे लब कहें
तेरी ही हो सब गुफ्तगू
बातें तेरी इतनी हंसी
मैं याद इनको जब करता हूँ
फूलों सी आये खुशबू
रख लूं छुपा के मैं कहीं तुझको
साया भी तेरा न मैं दूं
रख लूं बना के कहीं घर मैं तुझे
साथ तेरे मैं ही रहूँ
जुल्फें तेरी इतनी घनी
देख के इनको ये सोचता हूँ
साये में इनके मैं जियूं
इश्क है
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
इश्क है
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
मौला मेरे मौला मेरे
दिल यही बोला मेरा दिल यही बोला
यारा राज़ ये उसने है मुझपे खोला
के है इश्क मोहब्बत है जिसके दिल में
उसको पसंद करता है मौला
दिल यही बोला मेरा दिल यही बोला
यारा राज़ ये उसने है मुझपे खोला
के है इश्क मोहब्बत है जिसके दिल में
उसको पसंद करता है मौला
........................................................................
Aankhen teri-Anwar 2007
0 comments:
Post a Comment