मुसु मुसु हासी-प्यार में कभी कभी १९९९
कई नए कलाकार हैं. युवाओं में ये फिल्म लोकप्रिय है. उस
समय के लिहाज से ये थोड़ी अलग-हट-के बनी हुई फिल्म थी.
गीत बहुत लड़ियाने वाले अंदाज़ में गाया गया है. कुछ अलग
सा है और मधुर है. इसे जनता मलाई वाला गीत भी कहती
थी. इसके मुखड़े के बोलों का क्या मतलब है, इमानदारी से
कहूँ तो मुझे नहीं मालूम. किसी को कोई जानकारी हो तो यहाँ
ज़रूर शेयर करे.
विशाल शेखर उस समय के नए संगीतकार थे. इस फिल्म के
गीतों की वजह से वे अपने पैर ज़माने में कामयाब हो गए.
फिल्म के गीत नयी पीढ़ी द्वारा काफी पसंद किये गए.
गीत के बोल:
मुसु मुसु हासी देओ मलाय लाय,
मुसु मुसु हासी देओ
ज़रा मुस्कुरा दे, मुस्कुरा दे,
ज़रा मुस्कुरा दे, ऐ ख़ुशी
ग़म बाँट ले तू अपने, हमसे तू ले हँसी
हो गये अब हम तेरे, तू हो गयी अपनी
मुसु मुसु हासी देओ मलाय लाय,
मुसु मुसु हासी देओ
जवां दिल की राहों में, जैसे खिलती है कली
तेरे होंठों पे बसी, ऐसी हलकी सी हँसी
फिर क्यों छुप रही हो दिल की बातें तो बताओ
गुमसुम सी ना रहो तुम, अब जाना मुस्कुराओ
मुसु मुसु हासी देओ मलाय लाय,
मुसु मुसु हासी देओ
माना हमसे हो गयी, इक छोटी सी ख़ता
हँस दो ना तुम ज़रा, दो ना हमको तुम सज़ा
तुम जो हँस पड़े तो, अब हम भी मुस्कुराये
आओ मिलके साथ गायें, दिल से दिल भी मिलायें
मुसु मुसु हासी देओ मलाय लाय,
मुसु मुसु हासी देओ
ज़रा मुस्कुरा दे, मुस्कुरा दे,
ज़रा मुस्कुरा दे, ऐ ख़ुशी
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Musu musi haasi-Pyar mein kabhi kabhi 1999
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