आँखों की गुस्ताखियाँ-हम दिल दे चुके सनम १९९९
थे. आज के हिसाब से ये गीत शांत और सोबर है. सुनिए अपने
ज़माने का सुपरहिट युगल गीत फिल्म हम दिल दे चुके सनम
से.
महबूब सरवर के लिखे बोलों को सुरों में ढाला है ईस्माइल दरबार
ने. कविता कृष्णमूर्ति और कुमार सानू इसे गा रहे हैं. फिल्माया
गया है सलमान खान और ऐश्वर्या राय पर.
संजय लीला भंसाली की फिल्मों के गीतों का चित्रांकन भी भव्य
होता है. वे पुराने समय के राज खोसला वाले स्कूल के लगते हैं
इस मामले में.
गीत के बोल:
आँखों की गुस्ताखियाँ माफ हो
इक टक तुम्हें देखती है
जो बात कहना चाहे ज़ुबां
तुमसे ये वो कहती है
आँखों की शर्मा-ओ-हया माफ हो
तुम्हें देख के छुपती है
उठी आँखे जो बात ना कह सकीं
झुकी आँखें वो कहती है
काजल का एक तिल तुम्हारे लबों पे लगा दूँ
चंदा और सूरज की नज़रों से तुमको बचा लूँ
पलकों की चिलमन में आओ मैं तुमको छुपा लूँ
ख़यालों की ये शोखियाँ माफ हो
हरदम तुम्हें सोचती है
जब होश में होता है जहां
मदहोश ये करती है
आँखों की गुस्ताखियाँ माफ हो
ये ज़िन्दगी आपकी ही अमानत रहेगी
दिल में सदा आपकी ही मोहब्बत रहेगी
इन साँसों को आपकी ही ज़रूरत रहेगी
इस दिल की नादानियाँ माफ हो
ये मेरी कहा सुनती हैं
ये पलपल जो होती है बेकल सनम
तो सपने नये बुनती हैं
आँखों की गुस्ताखियाँ माफ हो
इक टक तुम्हें देखती है
जो बात कहना चाहे ज़ुबां
तुमसे ये वो कहती है
आँखों की गुस्ताखियाँ माफ हो
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Ankhon ki gustakhiyan-Ham dil de chuke sanam 1999
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