आपने फ़र्ज़ निभाया-चलता पुर्जा १९७७
आप दो गीत सुन चुके हैं. आज फरमाइश के चलते एक
और गीत आपको सुनवाते हैं. ये भी एक युगल गीत है
जिसे लता मंगेशकर और किशोर कुमार ने गाया है. बोल
एक बार फिर से आनंद बक्षी के हैं और संगीतकार आप
पहचान ही लेंगे-राहुल देव बर्मन.
सन १९७७ की फिल्म जिसके नायक-नायिका राजेश खन्ना
और परवीन बाबी हैं कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई
बॉक्स-ऑफिस पर. इस बॉक्स ऑफिस को बॉक्स अर्थात
बक्से के साथ क्यूँ जोड़ा जाता है इसका कोई ठोस जवाब
मुझे नहीं मिला अभी तक. बॉक्स नाम की एक श्रेणी अवश्य
होती है सिनेमा घरों में जो डब्बे जैसी बनी होती है या इसे
दडबा कह लें. अब सवाल ये है एक क्लास और हुआ करती
थी/है चवन्नी क्लास जो परदे के सबसे नज़दीक हुआ करती
थी. आजकल के मल्टीप्लेक्स में ये शायद गायब हो गयी है
उस फुल अटेंडेंस वाली क्लास के नाम पर नहीं रखा गया
टिकट खिडकी का नाम.
हमने फरमाइश पूरी करने का फ़र्ज़ निभा दिया है जो कम
ही सौभाग्य प्राप्त होता है. धन्यवाद इस के लिए अनाम
पाठक को.
गीत के बोल:
आपने फ़र्ज़ निभाया है
आपने फ़र्ज़ निभाया है
मंजिल तक तो पहुँचाया है
आपकी बड़ी नवाजिश है लेकिन एक गुज़ारिश है
बंद लिफाफे में जैसे बंद लिफाफे में जैसे
पैगाम लिखा होता है
बंद लिफाफे में जैसे पैगाम लिखा होता है
दिल के कोरे कागज़ पे दिल के कोरे कागज़ पे
एक नाम लिखा होता है
बंद लिफाफे में जैसे पैगाम लिखा होता है
उल्फत कभी बदलती है दिल से कभी निकलती है
अक्सर हम दीवानों का चाहत के अफसानों का
कहते हैं पहले से ही अंजाम लिखा होता है
दिल के कोरे कागज़ पे एक नाम लिखा होता है
दुनिया खूब समझती है उनकी जोड़ी बनती है
जिस लड़के के चेहरे पर जिस लड़की के चेहरे पर
राधा लिखा राधा लिखा होता है
और श्याम लिखा होता है
दिल के कोरे कागज़ पे एक नाम लिखा होता है
दिलवर अब भी रोते हैं मुफ्त में जो भी होते हैं
फिर क्यूँ फूल बहारों में बिकते हैं बाजारों में
दिल वो चीज़ है जिस पर दाम लिखा होता है
दिल के कोरे कागज़ पे एक नाम लिखा होता है
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Aapne farz nibhaya….band lifafe-Chalta Purza 1977
Artists- Parveen Babi, Rajesh Khanna, Rakesh Roshan
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