आगे भी जाने ना तू-वक्त १९६५
एक है और इसका संगीत ओ पी नैयर ने नहीं तैयार किया
है.
६० के दशक की जनता क्लब में जाया करती थी, अगर हम
फिल्मों को समाज का आइना समझ के बात करें. कई फिल्मों
में हमें क्लब वाले गीत मिल जायेंगे जिनमें से अधिकतर में
हेलन, पद्मा खन्ना, जयश्री टी या लक्ष्मी छाया आपको नाचती
मिल जाएँगी. बिंदु का नाम कैसे भूल सकते हैं.
नियमित नायिकाओं के ऊपर भी क्लब गीत फिल्माए गए हैं.
हावड़ा ब्रिज फिल्म आपको अवश्य याद होगी जिसमें मधुबाला
नायिका थीं. इसके अलावा बहुत से उदाहरण हैं.
फिल्म वक्त एक बहुसितारा फिल्म थी जिसमें सभी प्रकार के
संसाधन झोंक दिए गए थे और ये उस वर्ष की एक उल्लेखनीय
फिल्म है. बहुसितारा का दर्ज़ा प्राप्त ये फिल्म कुछ फिल्म प्रेमी
हिंदी की सर्वप्रथम बहुसितारा फिल्म मानते हैं.
गीत अपने आप में फिल्म के लगभग सभी सितारों का मिलन
जैसा है. वक्त के थपेड़े से बिछुड़ा हुआ परिवार इस गीत के
भिन्न भीं हिस्सों में प्रकट होता है. इस बीच में एक सजी धजी
अनजान सी नायिका गीत गा रही है जिसका नाम है एरिका लाल.
एरिका लाल अमरीकन शख्सियत हैं जिन्होंने किसी भारतीय से
विवाह किया था. कोई कहता है बम्बई में रहती थीं, कोई कहता
है दिल्ली में रहती थीं. प्रामाणिक जानकारी केवल कोई फिल्म
वक्त से सम्बंधित व्यक्ति ही बतला सकता है.
कभी किसी आग्रह वश कोई व्यक्ति फिल्म में काम कर लेता है,
ऐसा ही कुछ समझें. गीत बढ़िया है, साहिर के बोल हैं और रवि
का संगीत है.
गीत के बोल:
आगे भी जाने ना तू
पीछे भी जाने ना तू
जो भी है बस यही एक पल है
अनजाने सायों का राहों में डेरा है
अनदेखी बाहों ने हम सब को घेरा है
ये पल उजाला है बाकी अंधेरा है
ये पल गवाँना ना ये पल ही तेरा है
जीने वाले सोच ले
यही वक्त है कर ले पूरी आरजू
आगे भी जाने ना तू
पीछे भी जाने ना तू
जो भी है बस यही एक पल है
इस पल के जलवों ने महफ़िल सवारी है
इस पल की गर्मी ने धड़कन उभारी है
इस पल से होने से दुनियाँ हमारी है
ये पल जो देखो तो सदियों पे भारी है
जीने वाले सोच ले
यही वक्त है कर ले पूरी आरजू
आगे भी जाने ना तू
पीछे भी जाने ना तू
जो भी है बस यही एक पल है
इस पल के साये में अपना ठिकाना है
इस पल के आगे फिर हर शय़ फसाना है
कल किस ने देखा है कल किस ने जाना है
इस पल से पायेगा जो तुझ को पाना है
जीने वाले सोच ले
यही वक्त है कर ले पूरी आरजू
आगे भी जाने ना तू
पीछे भी जाने ना तू
जो भी है बस यही एक पल है
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Aage bhi jaane na too-Waqt 1965
Artist on screen-Erica Lal, Shashikala, Raj Kumar, Sunil Dutt, Sadhana
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