आँख मिलाने के लिए-चन्दन १९५८
का नाम है चन्दन. फिल्म में किशोर कुमार, माला सिन्हा
और नूतन प्रमुख कलाकार हैं.
मदन मोहन ने गीता दत्त से कम गीत गवाए लेकिन जितने
भी गवाए वे सब लोकप्रिय हुए. हमने फिल्म भाई भाई के
गीत ऐ दिल मुझे बता दे सुनवाते वक्त शायद इस बात पर
गौर किया था.
राजेंद्र कृष्ण ने इस गीत को लिखा है जिन्होंने मदन मोहन
के लिए कई सुमधुर गीत लिखे.
गीत के बोल:
आँख मिलाने के लिये
दिल है लगाने के लिये
ये जहाँ मेंहरबाँ
मौज मनाने के लिये
आँख मिलाने के लिये
दिल है लगाने के लिये
ये जहाँ मेंहरबाँ
मौज मनाने के लिये
आँख मिलाने के लिये
चाँदनी जब तलक है जवाँ झूम ले
चाँदनी जब तलक है जवाँ झूम ले
डाली डाली घूम ले
मुँह कलियों का चूम ले
देख बहारों का समा
नहीं अब आने के लिये
ये जहाँ मेंहरबाँ
मौज मनाने के लिये
आँख मिलाने के लिये
ज़िंदगी क्या ख़बर आज है कल न हो
ज़िंदगी क्या ख़बर आज है कल न हो
प्यार की ये महफ़िल न हो
दिल में ये हलचल न हो
कोई मिले या न मिले
नाज़ उठाने के लिये
ये जहाँ मेंहरबाँ
मौज मनाने के लिये
दो घड़ी प्यार कर मुस्कुरा गाए जा
दो घड़ी प्यार कर मुस्कुरा गाए जा
काँटों को ठुकराए जा
फूलों को अपनाए जा
एक बहाना ढूँढ ले
रंग जमाने के लिये
ये जहाँ मेंहरबाँ
मौज मनाने के लिये
आँख मिलाने के लिये
दिल है लगाने के लिये
ये जहाँ मेंहरबाँ
मौज मनाने के लिये
आँख मिलाने के लिये
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Aankh milane ke liye-Chandan 1958
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