कहाँ हूँ मैं-हाईवे २०१४
इस फिल्म में रहमान का संगीत है. बोल इरशाद कामिल
के हैं. खोजपरक गीत है ये. गाने वाला ढूंढ रहा है अपने
को के वो किस जहां में है. इसे जोनिता गाँधी ने गाया है.
हमने कुछ समय पहले की पोस्ट में चर्चा छेडी थी संगीत
के बदलते ट्रेंड के बारे में. २०१० के बाद ज़्यादातर संगीत
लूप वाला बनने लगा है. इलैयाराजा और ए आर रहमान
भी बदलते समय के साथ अपनी गति बनाये हुए हैं. पिछले
कुछ सालों में रिलीज़ हुई फिल्मों के संगीत पर गौर किया
जाए तो हमें लगेगा कि पुराने संगीतकार नए संगीतकारों
के साथ साथ कदम-ताल मिला के चल रहे हैं.
गीत के बोल:
कहाँ हूँ मैं
कहाँ हूँ मैं अब
आहें डर खुशी रास्ते
कच्ची बातें सच्चे वास्ते
कहीं पे इन सब में
कहाँ हूँ मैं
मैंने भी तो आना था इसी तरफ
मेरी भी तो राहें हैं यहीं कहीं
उलझनों के दो राहें
रास्तों की ये बाहें
आते-जाते पूछती मैं कहाँ
कहाँ हूँ मैं
ऊनी ऊनी बादल में गयी सिमट
जैसे मैं हूँ जाड़ों की हवा कोई
सोचूं ना क्या पीछे है
देखूँ ना जो आगे है
मन ये मेरा पूछता मैं कहाँ
कहाँ हूँ मैं
यादें अब ज़मीन ख्वाहिशें
पक्की चाहत कच्ची कोशिशें
कहीं पे इन सब में
कहाँ हूँ मैं
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Kahan hoon main-Hidhway 2014
Artists-Randeep Hooda, Alia Bhatt
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