ज़ालिम ज़माना मुझको-दिल्लगी १९४९
औने ही लिए हैं तो तीसरा भी सुन लीजिए. श्याम और
सुरैया का गाया युगल गीत है ये जिसे शकील बदायूनीं
ने लिखे है. फिल्म के संगीतकार नौशाद हैं.
दिल्लगी का अर्थ है हंसी मजाक. दिल लगाना या लगने
को भी इससे जोड़ा जाता है. दिल्लगी फिल्म का निर्माण
कारदार प्रोडक्शनस ने किया था और इसके निर्देशक भी
कारदार हैं. श्याम, सुरैया, अमीर बानू, शारदा, अमर और
चंदा बाई जैसे कलाकारों ने इसमें काम किया.
गीत के बोल:
ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है
ए ए ए ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है
अंजाम ज़िंदगी का
अंजाम ज़िंदगी का नज़दीक आ रहा है
ज़ालिम ज़माना मुझको तुमसे छुड़ा रहा है
बीते दिनों के नगमें दिल आज गा रहा है
दुनिया में जैसे अपनी
दुनिया में जैसे अपनी कोई बुला रहा है
बीते दिनों के नगमें दिल आज गा रहा है
तुझको क़सम है आकर सूरत ज़रा दिखा जा
सूरत ज़रा दिखा जा
दीवाना देख तेरा दुनिया से जा रहा है
बरबादियों का अपनी शिकवा नहीं किसी से
शिकवा नहीं किसी से
मेरा नसीब मुझको ये दिन दिखा रहा है
हे ए ए बीते दिनों के नगमें दिल आज गा रहा है
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Zalim zamana-Dillagi 1949
Artists-Shyam, Suraiya
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