बाग़ों में बहार है-आराधना १९६९
आनंद बक्षी ने प्रश्नोत्तर तैयार किये हैं और सचिन देव बर्मन
ने इसे लय में गाने के बहाने. लता और रफ़ी इसे गा रहे हैं.
परदे पर राजेश खन्ना और फ़रीदा जलाल की जोड़ी इस पर
होंठ हिला रही है. गीत में शुरू में कुछ डायलोग भी शामिल
हैं जो गीत को रोचक बनाते हैं और निरंतरता प्रदान करते हैं.
इसकी कुछ श्रेणियाँ बन सकती हैं जो इस प्रकार हैं- प्रश्नोत्तर,
बाग में बहार, डायलोग वाले गीत इत्यादि.
काफी लोकप्रिय गीत है ये और आज भी प्रेमी इसे सुन कर
खुशी से उछलते कूदते हैं. फिल्म में दो युगल गीत हैं जिन्हें
क्रमशः शर्मिला और फ़रीदा पर फिल्माया गया है. शर्मिला के
ऊपर फिल्माए गए युगल गीत में आशा भोंसले की आवाज़ है.
फिल्म की प्रमुख नायिका शर्मिला हैं मगर उन्हें आशा भोंसले
की आवाज़ वाला गीत मिला. अमूमन उस दौर में भी नैयर
और संगीतकार रवि को छोड़ दिया जाए तो आशा भोंसले को
सहायक नायिका या खलनायिका वाले गीत ज्यादा मिला करते
थे. शर्मिला के ऊपर लता का एकल गीत फिल्माया गया है
जो सुपरहिट है-चंदा है तू मेरा सूरज है तू.
गीत के बोल:
अच्छा तो ये बात है
तुम भी सुन लो
जो जो सवाल मैं पूछूँ उनका सच सच जवाब देना
डन….डन......डन
अच्छा, तो, बाग़ों में बहार है?
क्या?
मैंने पूछा, बाग़ों में बहार है?
हाँ है
कलियों पे निखार है?
हाँ है
तो, तो तुमको मुझसे प्यार है
ना ना ना ना ना ना ना
बाग़ों में बहार है... है
कलियों पे निखार है....है
तुमको मुझसे प्यार है
ना ना ना ना ना ना ना
हाय बाग़ों में बहार है
छोड़ो हटो, जाओ पकड़ो न बैयाँ
आऊँ न मैं तेरे बातों में सैयां
छोड़ो हटो, जाओ पकड़ो न बैंय्या
आऊँ न मैं तेरे बातों में सैंय्या
तुमने कहा है देखो, देखो मुझे सैयां
बोलो तुमको इक़रार है? है
फिर भी इनकार है? हाँ है
हो ओ तुमको मुझसे प्यार है
ना ना ना ना ना ना ना
हाय बाग़ों में बहार है
तुमने कहा था मैं सौ दुःख सहूँगी
चुपके पिया तेरे मन में रहूँगी
तुमने कहा था मैं सौ दुःख सहूँगी
चुपके पिया तेरे मन में रहूँगी
वो सब कहूँगी लेकिन वो न कहूँगी
तुमको जिसका इंतज़ार है? है
हो ओ फिर भी तक़रार है? है
ओ ओ तुमको मुझसे प्यार है
ना ना ना ना ना नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं
हो बाग़ों में बहार है
अच्छा चलो, छेड़ो आगे कहानी
होती है क्या बोलो प्यार की निशानी
अच्छा चलो, छेड़ो आगे कहानी
होती है क्या बोलो प्यार की निशानी
बेचैन रहती है प्रेम दीवानी
बोलो क्या दिल बेक़रार है? है
मुझपे ऐतबार है? हाँ है
जीना दुशवार है? है है
आज सोमवार है?
अरे बाबा, है
तुमको मुझसे प्यार है
है ना ना ना ना ना ना ना
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Bagon mein bahar hai-Aradhana 1969
Artists: Farida Jalal, Rajesh Khanna
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