हम जिस रस्ते पे चले–तेरी कसम १९८२
लोग अमित कुमार के गाने गाते मिले विशेषकर-ये ज़मीन गा रही
है. मुकेश के गीत गाने में जनता को आसानी होती है. मुकेश के
गाने पिताजी गा रहे हों तो ऐसे में बेटा सोचता था-मैं किसके गाने
गाऊँ. ऐसे में समस्या का समाधान मिला अमित कुमार की आवाज़.
ऐसे कई बाप-बेटे देखे मैंने जहाँ बाप मुकेश की गाने गुनगुनाता और
बेटा अमित कुमार के. एक बेटा तो बालिका वधू का गीत गाता-बड़े
अच्छे लगते हैं.
फिल्म तेरी कसम सन १९८२ की फिल्म है जिसके गाने खूब बजे.
फिल्म लव स्टोरी जितनी तो नहीं चली मगर इसने ठीक-ठाक बिजनेस
किया सिनेमा घरों में.
इस फिल्म से युगल गीत सुनते हैं जो अमित कुमार और लता मंगेशकर
की आवाजों में है. आनंद बक्षी के बोल हैं और पंचम का संगीत.
आपने पत्रिकाओं में और चैनलों में एक टर्म पर गौर किया होगा-चोकलेटी
हीरो. इस फिल्म के नायक नायिका दोनों चोकलेटी हैं. नए दौर में ये
शब्द शाहिद कपूर के लिए प्रयुक्त होता था जब वे नए नए आये थे.
गीत के बोल:
हम जिस रस्ते पे चले, उस रस्ते पे थी प्रीत खड़ी
प्रीत ने हमको पहना दी अरमानों की हथकड़ी
तू जहाँ चले मैं वहाँ चलूँ
तू जहाँ रुके मैं वहाँ रुकूँ
हम जिस रस्ते पे चले, उस रस्ते पे थी प्रीत खड़ी
प्रीत ने हमको पहना दी अरमानों की हथकड़ी
तू जहाँ चले मैं वहाँ चलूँ
तू जहाँ रुके मैं वहाँ रुकूँ
हम अनजाने इक दूजे की जान बने
पहले दो दिल थे अब सौ अरमान बने
हम अनजाने इक दूजे की जान बने
पहले दो दिल थे अब सौ अरमान बने
अरे जान के देखो, हम कैसे अनजान बने
जाने कब दिल टकराए जाने कब आँख से आँख लड़ी
प्रीत ने हमको पहना दी अरमानों की हथकड़ी
तू जहाँ चले मैं वहाँ चलूँ
तू जहाँ रुके मैं वहाँ रुकूँ
मौसम है या प्यार का एक पैग़ाम है
इसीलिए ये प्यार बड़ा बदनाम है
मौसम है या प्यार का एक पैग़ाम है
इसीलिए ये प्यार बड़ा बदनाम है
भूल गए हम दुनिया किसका नाम है
याद रहेंगे हमें हमेशा ये दिन ये रुत ये घड़ी
प्रीत ने हमको पहना दी अरमानों की हथकड़ी
तू जहाँ चले मैं वहाँ चलूँ
तू जहाँ रुके मैं वहाँ रुकूँ
देखो अभी सुबह थी, हो गई शाम अभी
दिल फिर तड़पा आया था, आराम अभी
अरे अपने दिल पर लिख दो मेरा नाम अभी
ओ छोटे से साजना तू बातें करता है बड़ी
प्रीत ने हमको पहना दी अरमानों की हथकड़ी
तू जहाँ चले मैं वहाँ चलूँ
तू जहाँ रुके मैं वहाँ रुकूँ
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Ham jis raste pe chale-Teri kasam 1982
Artists: Kumar Gaurav, Poonam Dhillon
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