हमने अपना सब कुछ खोया- सरस्वतीचन्द्र १९६८
फिल्म सरस्वती चंद्र काफी चर्चित फिल्म है और इसका एक
गीत-चन्दन सा बदन की ख्याति के बारे में आपको मालूम
ही है. इस गीत के बाद जनता इन्दीवर की लेखन क्षमता
का लोहा मानने लग गई. यूँ तो उनके चाहने वाले पहले
भी बहुत थे मगर इस गीत ने इन्दीवर को काफी चर्चा में
ला दिया.
गीत गूगल और उसकी सहयोगी सेवाओं को समर्पित है. फ्री
में कौन किसको क्या देता है. गूगल ने जनता को जगह दी
है अपनी बक-बक करने के लिए, ये तो फ्री है, भले ही इसके
प्रयोग में आने वाले बाकी सामान के पैसे लगते हों-जैसे नेट
पैक का खर्चा, कम्प्यूटर इत्यादि.
प्रस्तुत गीत मनीष नाम के कलाकार पर फिल्माया गया है.
गीत में नूतन भी दिखलाई देती हैं.
गीत के बोल:
हमने अपना सब कुछ खोया
प्यार तेरा पाने को
हमने अपना सब कुछ खोया
प्यार तेरा पाने को
छोड़ दिया क्यों प्यार ने तेरे
छोड़ दिया क्यों प्यार ने तेरे
दर-दर भटकाने को
प्यार तेरा पाने को
हमने अपना सब कुछ खोया
प्यार तेरा पाने को
वो आँसू जो बह नहीं पाए
वो बातें जो कह नहीं पाए
वो आँसू जो बह नहीं पाए
वो बातें जो कह नहीं पाए
दिल में छुपाए फ़िरते हैं हम
घुट कर मर जाने को
प्यार तेरा पाने को
हमने अपना सब कुछ खोया
प्यार तेरा पाने को
उसकी रहे तू जिसकी हो ली
तुझको मुबारक़ प्यार की डोली
उसकी रहे तू जिसकी हो ली
तुझको मुबारक़ प्यार की डोली
बैठ गए हम ग़म की चिता पर
ज़िन्दा जल जाने को
प्यार तेरा पाने को
हमने अपना सब कुछ खोया
प्यार तेरा पाने को
छोड़ दिया क्यों प्यार ने तेरे
छोड़ दिया क्यों प्यार ने तेरे
दर-दर भटकाने को
प्यार तेरा पाने को
हमने अपना सब कुछ खोया
प्यार तेरा पाने को
………………………………………………………………
Hamne apna sab kuchh khoya-Saraswati Chandra 1968
Artists:Manish, Nutan
0 comments:
Post a Comment