हर कोई चाहता है एक-एक मुट्ठी आसमान १९७३
से. इसे किशोर कुमार ने गाया है. गीत लिखा है इन्दीवर ने
और इसकी धुन बनाई है मदन मोहन ने.
हिंदी फिल्मों में कई सार्थक और प्रेरणादायी गीत बने हैं. ऐसे
गीत आपको एक नई ऊर्जा और प्रेरणा देते हैं. जब जीवन
की सार्थकता पर मन प्रश्नचिन्ह लगाने लगता है तब ऐसे गीत
बहुत काम आते हैं.
प्राण ने परदे पर कई सदाबहार गीत गाये हैं. फिल्म उपकार के
बाद ऐसा गीत शायद उन्हें कई वर्षों बाद गाने को मिला होगा.
एक और उल्लेखनीय गीत प्राण पर फिल्माया गया जिसे भी
किशोर कुमार ने गाया है फिल्म कसौटी का गीत जो थोडा सा
अलग मूड वाला है मगर सुनने में आनंद देता है.
गीत के बोल:
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूँढता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूँढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सीने से लगा ले हो ऐसा इक जहान
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
चाँद सितारों का मेला है
ये दिल फिर भी अकेला है
चाँद सितारों का मेला है
ये दिल फिर भी अकेला है
महफ़िल में है शहनाई
फिर भी दिल में है तन्हाई
है साँसों में जैसे कई तूफ़ान
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूँढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सीने से लगा ले हो ऐसा इक जहान
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
मिलता नहीं क्या यहाँ मेरे दिल
फिर क्यों ना मिले गीतों की मंजिल
चलते जाना यूँ ही राहों में
भर ही लेगा कोई बाहों मैं
हमेशा रहेगा न दिल वीरान
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
हर कोई ढूँढता है इक मुट्ठी आसमान
जो सीने से लगा ले हो ऐसा इक जहान
हर कोई चाहता है इक मुट्ठी आसमान
...................................................................................
Har koi chahta hai ek mutthi aasman-Ek muthhi aasman 1973
Artists: Pran, Vijay Arora
0 comments:
Post a Comment