इक महल हो(शीर्षक गीत)-इक महल हो सपनों का १९७५
तो सुना होगा आपने, सपनो का घर भी सुना होगा मगर जो
खुशनुमा एहसास को बढ़ाये वो है सपनो का महल.
सुनते हैं एक महल हो सपनो का फिल्म से शीर्षक गीत जो काफी
प्रचलित गीत है. लाता और रफ़ी ने इस युगल गीत को गाया
है. साहिर के लिखे गीत की तर्ज़ बनाई है रवि ने.
गीत धर्मेन्द्र और शर्मिला टैगोर पर फिल्माया गया है और ये एक
ड्रीम सिक्वेंस जैसा दिखाई देता है अधिकाँश दृश्यों में. फिल्म के
निर्माता और निर्देशक देवेन्द्र गोयल हैं.
गीत के बोल:
इक महल हो सपनों का
फूलों भरा आँगन हो और
साथ हो अपनों का
इक महल हो सपनों का
फूलों भरा आँगन हो और
साथ हो अपनों का
इक महल हो सपनों का
उड़ते बादल फ़र्श बने और धुँध की हों दीवारें
उड़ते बादल फ़र्श बने और धुँध की हों दीवारें
छत के झिलमिल तारे तेरा मेरा नाम पुकारे
इक महल हो सपनों का
सपनों के इस महल में बिखरे मुस्कानों के मोती
मेरे प्यार की खुशबू फैले तेरे रूप की ज्योति
सपनों के इस महल में बिखरे मुस्कानों के मोती
मेरे प्यार की खुशबू फैले तेरे रूप की ज्योति
इक महल हो सपनों का
मैं तेरे नयनों पर कर दूँ अपना सब कुछ वारी
मैं तेरी बाहों में छुप कर भूलूँ दुनिया सारी
मैं तेरे नयनों पर कर दूँ अपना सब कुछ वारी
मैं तेरी बाहों में छुप कर भूलूँ दुनिया सारी
इक महल हो सपनों का
इक महल हो सपनों का
फूलों भरा आँगन हो और
साथ हो अपनों का
इक महल हो सपनों का
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Ek mahal ho sapno ka-Titlesong 1975
Artists: Dharmendra, Sharmila Tagore
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