हम जागें जग सोये-रंगीन रातें १९५६
माला सिन्हा की जोड़ी है. बतौर हीरोईन माला सिन्हा की ये पहली
फिल्म है. बंगाली फिल्मों में काम करने के बाद माला सिन्हा को किसी
फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में बम्बई जाना पड़ा और वहां उनकी
मुलाकात गीता दत्त से हुई. गीता दत्त ने माला सिन्हा को केदार शर्मा
से मिलवाया और शर्मा ने उन्हें अपनी फिल्म की हीरोईन बना दिया.
इस तरह शुरू हुआ हिंदी फिल्मों में एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री का
सफर.
इस फिल्म में कुछ श्रवणीय गीत हैं जिनमें से एक आज हम सुनेंगे
और देखेंगे. लता मंगेशकर ने इस गीत को गाया है. गीत के बोल लिखे
हैं केदार शर्मा ने और संगीत तैयार किया रोशन ने.
गीत फिल्माया गया है चाँद उस्मानी पर. चंद उस्मानी ने इस फिल्म
में नेत्रहीन लड़की कि भूमिका निभाई है. भजन सरीखा गीत है और
सुनने में सुखद है.
गीत के बोल:
हम जागें
हम जागें जग सोये री आली
हम जागें जग सोये
हम जागें जग सोये री आली
हम जागें जग सोये
दीप बुझे दो अंखियां मोरी
फिर भी बाट निहारूं तोरी
दीप बुझे दो अंखियां मोरी
फिर भी बाट निहारूं तोरी
ओ मन बसिया कबहूँ मिलोगे
ओ मन बसिया कबहूँ मिलोगे
तुम मिलया सुख होये
ओ ओ ओ
तुम मिल्या सुख होये री आली
हम जागें जग सोये
एक दुल्हन पी को लिपटाए
शरमाये कोई हाथ छुड़ाये
एक दुल्हन पी को लिपटाए
शरमाये कोई हाथ छुड़ाये
एक बेचारी बैठ झरोखे
एक बेचारी बैठ झरोखे
अंसुवन हार पिरोये
हो हो हो
असुवन हार पिरोये री आली
हम जागें जग सोये
ये बिरहा की रात सहेली
ये अपनी बरसात सहेली
ये बिरहा की रात सहेली
ये अपनी बरसात सहेली
जब छलकें बिरहन की अखियाँ
जब छलकें बिरहन की अखियाँ
ये बिरहन संग रोये
हो ओ ओ
ये बिरहन संग रोये री आली
हम जागें जग सोये
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Ham jagen jag soye-Rangeen Ratein 1956
Artists: Chand Usmani, Mala Sinha
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