हैं प्यार के दो मतवाले-अपराधी कौन १९५७
आज सुनते हैं एक युगल गीत मन्ना डे और गीता दत्त का गाया
हुआ इसी फिल्म से. बोल एक बार फिर से मजरूह के हैं और
संगीत सलिल चौधरी का.
फिल्म की कहानी रहस्य से भरपूर है और इसका निर्देशन किया है
असित सेन ने. गीत फिल्माया गया है कुमुद त्रिपाठी और कम्मो
पर. कुमुद त्रिपाठी उस पुरुष कलाकार का नाम है जो गीत में आपको
दिखाई देगा और कम्मो तो आप समझ ही गए होंगे साथ वाली
नायिका का नाम है ! फिल्म की कहानी में अगर आपकी दिलचस्पी
है तो वो दिलचस्प रूप में इधर है-मेमसाब कहें कहानी.
गीत के बोल:
हैं प्यार के दो मतवाले
हैं प्यार के दो मतवाले
एक हम हैं और एक तुम
और तुम भी क्या
अब रह गए दो दिलवाले
अब रह गए दो दिलवाले
एक हम हैं और एक तुम
और तुम भी क्या
अरे माना तू है दिलबर तुझ से हूँ बढ़ कर
सीधा-सादा सुन्दर
तेरी निगाहें कोई बताए बढ़ा खोट तेरे अन्दर
अरे माना तू है दिलबर तुझ से हूँ बढ़ कर
सीधा-सादा सुन्दर
तेरी निगाहें कोई बताए बढ़ा खोट तेरे अन्दर
दिखने में तो भोले-भाले आ हा
दिखने में तो भोले-भाले
एक हम हैं और एक तुम
और तुम भी क्या
अब रह गए दो दिलवाले आ हा
अब रह गए दो दिलवाले आ
एक हम हैं और एक तुम
और तुम भी क्या
हय तेरा भी जवाब नहीं मेरा भी जवाब नहीं
काहे का झगड़ा फिर भी
अजी एक नज़र से दूजे को देखे
नहीं और कोई मर्ज़ी
हय तेरा भी जवाब नहीं मेरा भी जवाब नहीं
काहे का झगड़ा फिर भी
अजी एक नज़र से दूजे को देखे
नहीं और कोई मर्ज़ी
एक आँख से देखनेवाले हू हू
एक आँख से देखनेवाले एक हम हैं और एक तुम
और तुम भी क्या
हैं प्यार के दो मतवाले
हैं प्यार के दो मतवाले
एक हम हैं और एक तुम
और तुम भी क्या
अरे नैन हमारे प्यारीसपनों की घोड़ा गाड़ी
चल बैठ उड़ा ले आँचल
घोड़ा गाड़ी भूल अनाड़ी अभी डोल ज़रा पैदल
अरे नैन हमारे प्यारीसपनों की घोड़ा गाड़ी
चल बैठ उड़ा ले आँचल
घोड़ा गाड़ी भूल अनाड़ी अभी डोल ज़रा पैदल
पैदल ही प्यार संभालें
पैदल ही प्यार संभालें एक हम हैं और एक तुम
और तुम भी क्या
अब रह गए दो दिलवाले
अब रह गए दो दिलवाले
एक हम हैं और एक तुम
और तुम भी क्या
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Hain pyar ke do matwale-Apradhi kaun 1957
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