Dec 25, 2016

आओ तुम्हें चाँद पे ले जाएँ-ज़ख़्मी १९७५

सन १९७५ की फिल्म ज़ख़्मी से एक और उल्लेखनीय गीत सुनते
हैं आज. ये लाता मंगेशकर का गाया हुआ है. प्रस्तुत गीत एक कार
में फिल्माया गया है. फिल्मों में कार के गीत फिल्माते वक्त पीछे
परदे पर कोई पहले से फिल्माई गयी दृश्यावली चलायी जाती और
कार को हिलाया जाता जिससे चलने का आभास होता. ये गाना
भी कुछ ऐसे ही शूट किया गया है और जो शख्स कार हिला रहा
है वो चालक वाली तरफ से कुछ ज्यादा ही हिला रहा है इसे.
गाने की दो तीन पंक्तियों के बाद कार का हिलना थोडा कम हो
जाता है.

गीत में एक स्वस्थ सी बच्ची, सुनील दत्त और आशा पारेख दिखाई
दे रहे हैं. गीत लता की आवाज़ में है जिसे गौहर कानपुरी ने लिखा
है. इसकी धुन बनाई है सोना पहनने के मामले में महिलाओं को भी
पीछे छोड़ने वाले संगीतकार बप्पी लहरी ने. गीत की धुन भी खरा
सोना है.




गीत के बोल:

जिंगल बेल जिंगल बेल
जिंगल आल द वे
सांता क्लॉज़ इज कमिंग अलोंग
राईडिंग ऑन ए स्ले
जिंगल बेल जिंगल बेल
जिंगल आल द वे
सांता क्लॉज़ इज कमिंग अलोंग
राईडिंग ऑन ए स्ले

आओ तुम्हे चाँद पे ले जाएं
प्यार भरे सपने सजाएं
छोटा सा बंगला बनाएं
एक नयी दुनिया बसाएं
हो.. आओ तुम्हे चाँद पे ले जाएं
प्यार भरे सपने सजाएं
छोटा सा बंगला बनाएं
एक नयी दुनिया बसाएं 

प्यार की है दुनियाँ दूर आसमां पे
मिलके ना बिछड़े कोई वहाँ पे
ऐसी भी एक डगर है
ऐसा भी एक नगर है

ओ आओ तुम्हे चाँद पे ले जाएं
प्यार भरे सपने सजाएं
छोटा सा बंगला बनाएं
एक नयी दुनिया बसाएं
ओ आओ तुम्हे चाँद पे ले जाएं

ग़म.. जहाँ सोए और खुशी जागे
आस की है मंज़िल, तारों से आगे
दिल वहां रोते नही हैं
आँसू तो होते नही हैं

हो आओ तुम्हे चाँद पे ले जाएं
प्यार भरे सपने सजाएं
छोटा सा बंगला बनाएं
एक नयी दुनिया बसाएं
…………………………………………………………………
Aao tumhen chand pe le jayen-Zakhmi 1975

Artists: Asha Parekh, Suni Dutt,

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