Dec 22, 2016

कितनी जवान है जिंदगी-शहनाई १९६४

एक मस्त गीत सुनते हैं फिल्म शहनाई से रफ़ी का गाया हुआ.
गीत फिल्माया गया है विश्वजीत और जॉनी वॉकर पर फिल्माया
गया है.

राजेंद्र कृष्ण का लिखा हुआ गीत है और उनके जो खास अंदाज़
हैं उनमें से एक इस गीत में भी मौजूद है- धड़कने दिल की अकेले
तो न गिन.



गीत के बोल:

कितनी जवान है जिंदगी कितनी जवान बहार
ऐसे में कोई आये कहीं से कर ले हमसे प्यार
कितनी जवान है जिंदगी कितनी जवान बहार
ऐसे में कोई आये कहीं से कर ले हमसे प्यार

चाहतों के ये ज़माने आरजुओं के ये दिन
चाहतों के ये ज़माने आरजुओं के ये दिन
कह रहे हैं धड़कने दिल की अकेले तो न गिन
इस भरी महफ़िल में हो कोई तेरा भी राजदार हाय

कितनी जवान है जिंदगी कितनी जवान बहार
ऐसे में कोई आये कहीं से कर ले हमसे प्यार

हसरतें भी हैं गुलाबी और उम्मीदें भी हसीं
हसरतें भी हैं गुलाबी और उम्मीदें भी हसीं
साथ लेकिन खूबसूरत एक साथी ही नहीं
एक हमदम के लिए है दिल मेरा बेकरार हाय

कितनी जवान है जिंदगी कितनी जवान बहार
ऐसे में कोई आये कहीं से कर ले हमसे प्यार

ज़ुल्फ़ का साया ना हो तो इस सफर का क्या मज़ा
ज़ुल्फ़ का साया ना हो तो इस सफर का क्या मज़ा
अबे गधे बोल कॉपी मत कर
भेज दे कोई कहीं से ऐ मोहब्बत के खुदा
जिसकी बातों में नशा हो आँखों में हो खुमार होए

कितनी जवान है जिंदगी कितनी जवान बहार
ऐसे में कोई आये कहीं से कर ले हमसे प्यार
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Kitni jawan hai zindagi-Shehnai 1964

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