ये तेरा घर ये मेरा घर-साथ साथ १९८२
खर्च की थी. इस बार बिना बारूद के गीत आपको सुनवा रहे हैं.
विवरण टैग में देख लीजिए. बोलो गूगल देवता की जय.
केवल एक सन्देश- अपने घर से प्रेम करिये चाहे वो एक कमरे का
हो या आलीशान बंगला और अपने संसाधनों में खुश रहना सीखिए.
पडोसी की थाली का घी मत देखिये.
गीत के बोल:
ये तेरा घर ये मेरा घर किसी को देखना हो गर
तो पहले आ के माँग ले मेरी नज़र तेरी नज़र
ये तेरा घर ये मेरा घर
ये घर बहुत हसीन है
ये घर बहुत हसीन है
ये घर बहुत हसीन है
न बादलों की छाँव में न चाँदनी के गाँव में
न फूल जैसे रास्ते बने हैं इसके वास्ते
मगर ये घर अजीब है ज़मीन के क़रीब है
ये ईंट पत्थरों का घर हमारी हसरतों का घर
ये तेरा घर ये मेरा घर
ये घर बहुत हसीन है
ये घर बहुत हसीन है
ये घर बहुत हसीन है
जो चाँदनी नहीं तो क्या ये रोशनी है प्यार की
दिलों के फूल खिल गये तो फ़िक़्र क्या बहार की
हमारे घर न आयेगी कभी खुशी उधार की
हमारी राहतों का घर हमारी चाहतों का घर
ये तेरा घर ये मेरा घर
ये घर बहुत हसीन है
ये घर बहुत हसीन है
ये घर बहुत हसीन है
यहाँ महक वफाओं की मोहब्बतों का रंग है
ये घर तुम्हारा ख्वाब है ये घर मेरी उमंग है
न आरजू पे कैद है ना हौसले पे जंग है
हमारे हौसलों का घर हमारी हिम्मतों का घर
ये तेरा घर ये मेरा घर किसी को देखना हो गर
तो पहले आ के माँग ले मेरी नज़र तेरी नज़र
ये तेरा घर ये मेरा घर
ये घर बहुत हसीन है
ये घर बहुत हसीन है
ये घर बहुत हसीन है
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Ye tera ghar ye mera ghar-Saath saath 1982
Artists: Farooq Sheikh, Deepti Naval
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