ये तेरी ऑंखें झुकी झुकी-फरेब १९९६
में बनी फिल्म फरेब से एक गीत सुनवाते हैं. इसके गीत काफी
लोकप्रिय हुए थे एक वक्त.
फरेब फिल्म के प्रमुख कलाकारों के नाम कुछ इस प्रकार से हैं-
फराज़ खान, सुमन रंगनाथन और मिलिंद गुनाजी, ये तकरीबन
नए नाम थे हमारे लिए. उन दिनों फ़िल्मी कलाकारों और फिल्म
से सम्बंधित लोगों के नाम ढूंढ के याद रखने का शौक हुआ
करता था.
जो हमसे फ़िल्मी जानकारी लिया करते थे वे तो आज बड़ी बड़ी
गाड़ियों में घूमते हैं और हम साइकिल चलाते ही रह गए. यही
फर्क होता है ज्ञानवान और धनवान में. जिस ज्ञान से धन आये
वही मनुष्य को अपने जीवन में सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखना
चाहिए. एक सटीक कहावत है-भूखे भजन ना होयें गोपाला.
उसके अलावा भी सयाने कह गए हैं-पहले रोजी फिर रोज़ा. अगर
आपके पास खुजाने के लिए ज्यादा धन है तो औरों का मुफ्त
मनोरंजन कीजिये और दूसरों को मौके दीजिए कि वे आपके
मजे लूट सकें. आखिर ईश्वर ने सभी को मजे लूटने वाला बना
दिया तो लुटने वाला कौन बचेगा. उसने लुटने पिटने वाले जंतु भी
खूब बनाये हैं और उनको बुद्धि भी लुटने पिटने वाली ही दी है.
प्रस्तुत गीत इन्दीवर साहब का लिखा हुआ है जिसकी धुन तैयार
की जतिन ललित ने. गायक कलाकार का नाम अभिजीत है.
गीत के बोल:
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
ये तेरा चेहरा खिला खिला
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
ये तेरा चेहरा खिला खिला
बड़ी क़िसमत वाला है वो
बड़ी क़िसमत वाला है वो
प्यार तेरा जिसे मिला
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
ये तेरा चेहरा खिला खिला
बड़ी क़िसमत वाला है वो
प्यार तेरा जिसे मिला
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
छलकती गालों से लाली
बड़ी तू शरम-ओ-हया वाली
होंठ तेरे पूजा के फूल
फूल की नाज़ुक तू डाली
ये तेरी
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
ये तेरा चेहरा खिला खिला
बड़ी क़िसमत वाला है वो
प्यार तेरा जिसे मिला
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
किसी के के प्यारे प्यारे बाल
किसी की प्यारी प्यारी चाल
तू सर से पाँव तलक़ सुन्दर
तू है कुदरत का कोई कमाल
ये तेरी
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
ये तेरा चेहरा खिला खिला
बड़ी क़िसमत वाला है वो
बड़ी क़िसमत वाला है वो
प्यार तेरा जिसे मिला
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
ये तेरा चेहरा खिला खिला
ये तेरी आँखें झुकी झुकी
ये तेरा चेहरा खिला खिला
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Ye teri ankhen jhuki jhuki-Fareb 1996
Artists: Milind Gunaji
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