Jan 14, 2017

अजनबी तुम जाने पहचाने १-हम सब उस्ताद हैं १९६५

अजनबी शब्द में कुछ आकर्षण ज़रूर है. इस शब्द पर
बने अधिकांश गीत लोकप्रिय बने या कर्णप्रिय बने.

अब या तो ये असद भोपाली के बोलों का जादू है, लाता
की गायकी का कमाल है या फिर लक्ष्मी प्यारे के संगीत
है, आप ही डिसाईड कीजिये. गीत अमीता गा रही हैं परदे
पर. इस गीत को देख कर पहले पहल हमारे दिमाग में
भी यही ख्याल आया था जब हम हीरोईन को पहचानने
में कन्फ्यूज हो रहे थे कि ये वाकई गूँज उठी शहनाई
वाली अमीता ही हैं !




गीत के बोल:

अजनबी
अजनबी तुम जाने पहचाने से लगते हो
ये बड़ी अजीब सी बात है
के नयी नयी मुलाकात है
फिर भी जाने क्यों
अजनबी तुम जाने पहचाने से लगते हो

लगता है यूँ ख्वाब है जैसे कोई देखा हुआ
लगता है यूँ ख्वाब है जैसे कोई देखा हुआ
कहता है दिल आज मिला है कोई खोया हुआ
न ख्याल तुम्हें न ख्याल हमें
फिर भी जाने क्यों

अजनबी तुम जाने पहचाने से लगते हो
अजनबी

किसको खबर पहले मिले थे हम दोनों कहाँ
किसको खबर पहले मिले थे हम दोनों कहाँ
कबसे मगर ढूंढ रहा था मगर मेरा जहां
ना तो याद तुम्हें ना तो याद हमें
फिर भी जाने क्यों

अजनबी तुम जाने पहचाने से लगते हो
अजनबी

कितने जनम बीत गए हैं तुम्हें पाने में
कितने जनम बीत गए हैं तुम्हें पाने में
हमने तुम्हें प्यार किया है अनजाने में
ना कभी मिले ना करीब हुए
फिर भी जाने क्यों

अजनबी तुम जाने पहचाने से लगते हो
ये बड़ी अजीब सी बात है
के नयी नयी मुलाकात है
फिर भी जाने क्यों
अजनबी तुम जाने पहचाने से लगते हो
अजनबी अजनबी अजनबी
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Ajnabi tum jaane pehchane se(Lata)-Ham sab ustad hain 1965

Artists: Amita

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