चक्के में चक्का-ब्रह्मचारी १९६८
की कहानी है जिनका केयरटेकर नायक है. उसे इस काम
में क्या दिक्कतें आती हैं इस कहानी से समझा जा सकता
है. फ़िल्मी फार्मूले और मसाले भी हैं फिल्म में.
ब्रह्मचारी फिल्म का ये गीत बड़ौदा के एक पार्क में फिल्माया
गया है जिसमें एक खिलौना रेल लगी है. इसके अलावा भी
एक दो पार्कों में इसकी शूटिंग की गई है.
शैलेन्द्र के लिखे इस गीत की तर्ज़ बनाई शंकर जयकिशन
ने और इसे गाया है रफ़ी ने. ये एक फेमस बाल गीत है.
फिल्म का निर्देशन भप्पी सोनी ने और निर्माण जी पी सिप्पी
ने किया.
गीत के बोल:
चक्के में चक्का चक्के पे गाड़ी
गाड़ी में निकली अपनी सवारी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
चक्के में चक्का चक्के पे गाड़ी
गाड़ी में निकली अपनी सवारी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
चुन्नू छबीले मुन्नू हठीले
मखमल की टोपी छोटू रंगीले
चुन्नू छबीले मुन्नू हठीले
मखमल की टोपी छोटू रंगीले
लल्लू बटाटा लल्ली टमाटा
कामा बनेंगे गट्टू गठीले
पेट में इनकी लम्बी सी दाढ़ी
चक्के में चक्का चक्के पे गाड़ी
गाड़ी में निकली अपनी सवारी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
उमर में कच्चे ये छोटे बच्चे
हैं भोले भाले हैं सीधे सच्चे
उमर में कच्चे ये छोटे बच्चे
हैं भोले भाले हैं सीधे सच्चे
ठानेंगे जो भी कर के रहेंगे
ये अपनी धुन के हैं पूरे पक्के
कोई ना समझे इनको अनाड़ी
चक्के में चक्का चक्के पे गाड़ी
गाड़ी में निकली अपनी सवारी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
लम्बा सफ़र है टेढ़ी डगर है
मंज़िल है मुश्किल गिरने का डर है
लम्बा सफ़र है टेढ़ी डगर है
मंज़िल है मुश्किल गिरने का डर है
पर ना रुकेंगे चलते चलेंगे
ये सारी दुनिया अब अपना घर है
हार न मानेंगे ये खिलाड़ी
चक्के में चक्का चक्के पे गाड़ी
गाड़ी में निकली अपनी सवारी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
थोड़े अगाड़ी थोड़े पिछाड़ी
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Chakke mein chakka-Brahmchari 1968
Artists: Shammi Kapoor, kids