चंदा ओ चंदा-लाखों में एक १९७१
२-३ गीत लोकप्रिय हुए थे. सत्तर के दशक में ये गीत खूब बजा
करता था. इसे रात के समय सुनना विशेष रूप से सुखद लगता
था.
गीत राधा सलूजा गा रही हैं परदे पर. गीत में महमूद भी दिखाई
दे रहे हैं. आनंद बक्षी का गीत है और आर डी बर्मन का संगीत.
इस गीत का युगल वर्ज़न आपने पहले सुन लिया है.
गीत के बोल:
चंदा ओ चंदा
चंदा ओ चंदा
किसने चुराई तेरी मेरी निंदिया
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना
चंदा ओ चंदा
चंदा ओ चंदा
किसने चुराई तेरी मेरी निंदिया
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना
तेरी और मेरी एक कहानी
हम दोनो की कदर किसी न जानी
तेरी और मेरी एक कहानी
हम दोनो की कदर किसी न जानी
साथ ये अन्धेरा जैसे तेरा वैसे मेंरा
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना
चंदा ओ चंदा
चंदा ओ चंदा
किसने चुराई तेरी मेरी निंदिया
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना
सपनों में खोयी दुनिया है सोयी
तेरी और मेरी खबर पूछे ना कोई
सपनों में खोयी दुनिया है सोयी
तेरी और मेरी खबर पूछे ना कोई
आ जा करें बातें मुलाकातें बीतें रातें
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना चंदा ओ चंदा
चंदा ओ चंदा
किसने चुराई तेरी मेरी निंदिया
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना हाँ
जागे सारी रैना तेरे मेरे नैना
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Chanda o chanda(Lata)-Lakhon mein ek 1971
Artists: Radha Saluja, Mehmood
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