सजना के सामने-पारस १९७१
डिकलेरेशन कर रही है जो अपने आप में दुर्लभ चीज़ है. सन १९७१
की फिल्म है पारस. गीत आशा भोंसले ने गाया है. कमर जलालाबादी
इसके रचनाकार हैं.
गीत सुनते हैं जिसे राखी पर फिल्माया गया है. फिल्म के नायक है
संजीव कुमार. गीत के अंत में नायिका चुप होती है या नहीं ये जाने
के लिए आपको फिल्म देखना पड़ेगी.
गीत के बोल:
सजना के सामने मैं तो रहूंगी चुप
सजना के सामने मैं तो रहूंगी चुप
हाँ हाँ सजना के सामने मैं तो रहूंगी चुप
बोल उठी अँखियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा
बोल उठी अँखियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा
अंखियों में छा गया नशा भीगा भीगा
अंखियों में छा गया नशा भीगा भीगा
जान गयी सखियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा
जान गए
ओ रातों को
रातों को
हाँ हाँ रातों को
रातों को उड़ उड़ के कहती है निंदिया
तेरे कब लागेगी माथे पे बिंदिया
मन की अभी तक मन में छुप हैं
फ़ैल गयीं
फ़ैल गयीं बतियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा
सजना के
सजना के सामने मैं तो रहूंगी चुप चुप
हो ऐसी लगी
किस लगी
हाँ हाँ ऐसी लगी
ऐसी लगी आग मेरे सीने में प्रीत की
हाय याद आये घडी घडी अनदेखे मीत की
दिन तो गुजारूंगी कर कर के बतियाँ
गुजरी ना
गुजरी ना रतियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा
सजना के सामने मैं तो रहूंगी चुप चुप
आ चोरी चोरी
चोरी चोरी
हाँ हाँ चोरी चोरी
चोरी चोरी सपने में आता है कोई
उसके ख्यालों में रहूँ खोई खोई
बन के दीवानी लिख दी जो मैंने
पकड़ी गयी
पकड़ी गयी पतियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा
सजना के
सजना के सामने मैं तो रहूंगी चुप चुप
आ हा सजना के सामने मैं तो रहूंगी चुप चुप
बोल उठी अँखियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा
बोल उठी अँखियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा
बोल उठी अँखियाँ तो क्या होगा
हाय हाय क्या होगा क्या होगा
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Sajna ke samne-Paras 1971
Artists: Rakhi, Sanjeev Kumar