तेरे बिन सूने नयन-मेरी सूरत तेरी आँखें १९६३
से. प्रश्नवाचक से भाव हैं इस गीत में. नायक किसी की खोज
में है और छुप के गीत गा रहा है. नायिका आवाज़ सुनती है
तो उसकी खोज में आगे बढ़ने लगती है, फिर गा कर ही
पूछती है. इतने में गीत का अंत हो जाता है, अब आगे की
कहानी के लिए देखें ये फिल्म
फिल्म की कहानी का एक हिस्सा है ये गीत अतः इसके किसी
अधपके प्रेम प्रसंग में इस्तेमाल की संभावना क्षीण ही है. बस
इसका सुन कर आनंद उठाया जा सकता है.
शैलेन्द्र के बोल हैं, एस डी बर्मन का संगीत और रफ़ी-लता की
आवाजें हैं. परदे पर आशा पारेख और चैरी ब्लोसम चेहरे पर
लगाये अशोक कुमार हैं. उन्हें पूरी फिल्म में इसीस तरह दिखाया
गया है.
गीत के बोल:
तेरे बिन सूने
तेरे बिन सूने नयन हमारे
हे तेरे बिन सूने
बाट तकत गए साँझ-सकारे हाय
तेरे बिन सूने नयन हमारे
तेरे बिन सूने
रात जो आए ढल जाए प्यासी
रात जो आए ढल जाए प्यासी
दिन का है दूजा नाम उदासी
निंदिया न आए
निंदिया न आए अब मेरे द्वारे
तेरे बिन सूने नयन हमारे
हे तेरे बिन सूने
जग में रहा मैं जग से पराया
जग में रहा मैं जग से पराया
साया भी मेरा मेरे पास ना आया
हँसने के दिन भी
हँसने के दिन भी रो के गुज़ारे
तेरे बिन सूने नयन हमारे
बाट तकत गए साँझ-सकारे हाय
तेरे बिन सूने
ओ अनदेखे ओ अनजाने
छुप के ना गा ये प्रेम तराने
कौन है तू मोहे
कौन है तू मोहे कुछ तो बता रे
तेरे बिन सूने नयन हमारे
तेरे बिन सूने
बाट तकत गए साँझ-सकारे
तेरे बिन सूने
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Tere bin soone-Meri surat teri ankhen 1963
Artists: Asha Parekh, Ashok Kumar