बिन तेरे सनम-यारा दिलदारा १९९१
से उतर भागने की जल्दी थी. फिल्म के गीत अलबत्ता श्रोताओं के
कानों में अटक कर रह गए. आर डी बर्मन के मुरीदों को उनका संगीत
भा गया.
फिल्म से सुनते हैं कविता कृष्णमूर्ति और उदित नारायण का गाया
हुआ सबसे लोकप्रिय गीत. फिल्म का निर्माण निर्देशन मिर्ज़ा बंधुओं
ने किया था.आसिफ शेख, रुचिका पांडे, शक्ति कपूर, कादर खान और
अमजद खान इस फिल्म के प्रमुख कलाकार हैं.
गीत की दृश्यावली कुछ ज्यदा तेज गति से चलती है और इसमें जो
जो निर्देशक के दिमाग में आया वो डालता चला गया, खेत खलिहान,
बारिश, झरना, दीपावली इत्यादि.
गीत के बोल:
बिन तेरे सनम मर मिटेंगे हम आ मेरी ज़िन्दगी
बिन तेरे सनम मर मिटेंगे हम आ मेरी ज़िन्दगी
आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
बिन तेरे सनम मर मिटेंगे हम आ मेरी ज़िन्दगी
ओ आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
तेरे ही दम से होगी दिल की मुराद पूरी
तेरे बगैर जानम है ज़िन्दगी अधूरी
तेरे ही दम से होगी दिल की मुराद पूरी
तेरे बगैर जानम है ज़िन्दगी अधूरी
ऐ मेरे हंसीं अब न जा कहीं आ मेरी ज़िन्दगी
आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
बिन तेरे सनम मर मिटेंगे हम आ मेरी ज़िन्दगी
हो आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
ये जान कर बलम जी थामी है तेरी बाहें
सहनी पड़ेंगी सबकी काँटो भरी निगाहें
ये जान कर बलम जी थामी है तेरी बाहें
सहनी पड़ेंगी सबकी काँटो भरी निगाहें
सब सहेंगे हम और हंसेंगे हम आ मेरी ज़िन्दगी
ओ हो हो आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
बिन तेरे सनम मर मिटेंगे हम आ मेरी ज़िन्दगी
आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
तुम हो मेरे तो अब है मौसम गुलाम अपना
शबनम ने लिख दिया है फूलों पे नाम अपना
तुम हो मेरे तो अब है मौसम गुलाम अपना
हो शबनम ने लिख दिया है फूलों पे नाम अपना
सुन हवा यही गीत गा रही आ मेरी ज़िन्दगी
हो आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
बिन तेरे सनम मर मिटेंगे हम आ मेरी ज़िन्दगी
हो ओ ओ आना ही पड़ा सजना ज़ालिम है दिल की लगी
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Bin tere sanam-Yaara dildaara 1989
Artists: Asif Sheikh, Ruchika Pandey