छोड़ गए बालम-बरसात १९४९
जिसने बहुतों के समीकरण बदल दिए. कई गायक और गायिकाओं
के भाग्य में परिवर्तन आया इस फिल्म के संगीत रिलीज़ के बाद
और इसके संगीत के प्रभाव के कारण. वो सब बातें विस्तार से
आप जगह जगह पढ़ चुके हैं, इसलिए उन्हें रिपीट करना ऐसा
लगेगा जैसे समोसे और कचौड़ी तोड़ तोड़ के और बासी पोहे मिला
के भजिये बना लिए हों.
उसके अलावा मुझसे वो कहानियां नहीं लिखी जातीं जैसी मैं दूसरी
जगह पढता हूँ-मॉम ने मार्मलेड खाया और पॉप ने पॉपकॉर्न. वो
नदी किनारे मछली पकड़ने गया तो घोडा दिख गया. घोडा स्मार्ट
था और क्लीन शेव्ड भी. घोडा दिखा तो उसे एक घोड़े जैसा हीरो
याद आया. समुद्र की लहरों में घोडा उछल रहा था जैसे हीरो फिल्म
में उछलता है. घोड़े ने नायिका की कमर के अंदाज़ में कमर हिलाई.
ये कैसे हुआ, क्या घोड़े ने डांस डायरेक्टर से बाकायदा ट्रेनिंग ली
कमर हिलाने की, या घोड़े को जिमनास्टिक्स आता था. या फिर
समुद्र के पानी में नमक कम था इसलिए पानी की डेंसिटी कम हो
गई इस वजह से घोड़े के लिए कूदना फांदना आसान हो गया होगा.
समुद्र का पानी अगर डेड सी की तरह होता तो घोडा उस पर बैठ
भी सकता था या कोई क्लासिकल डांस भी कर सकता था मगर ऐसा
हुआ नहीं. जैसे दिल आखिर दिल है वैसे ही घोडा आखिर घोडा है.
बकवास की बरसात काफी हो चुकी अब गीत सुनते हैं जिसे लता
और मुकेश ने गाया है. हसरत जयपुरी के बोल हैं और संगीत दिया
शंकर जयकिशन का. गीत के फिल्म वर्ज़न में मिठास ज्यादा है.
गीत के बोल:
छोड़ गए बालम
छोड़ गए बालम मुझे हाय अकेला छोड़ गए
तोड़ गए बालम
तोड़ गए बालम मेरा प्यार भरा दिल तोड़ गए
छूट गया बालम
छूट गया बालम हाय साथ हमारा छूट गया
टूट गया बालम
टूट गया बालम मेरा प्यार भरा दिल टूट गया
फूल संग मुस्काए कलियाँ मैं कैसे मुस्काऊं
फूल संग मुस्काए कलियाँ मैं कैसे मुस्काऊं
बादल देख के भर आई अँखियाँ
बादल देख के भर आई अँखियाँ छम-छम नीर बहाऊं
मैं छम-छम नीर बहाऊं
छूट गया बालम
छूट गया बालम हाय साथ हमारा छूट गया
टूट गया बालम
टूट गया बालम मेरा प्यार भरा दिल टूट गया
दिल की लगी को क्या कोई जाने
दिल की लगी को क्या कोई जाने मैं जानूं दिल जाने
पलकों की छाया में नाचे
पलकों की छाया में नाचे दर्द भरे अफसाने
हाय दर्द भरे अफसाने
छोड़ गए बालम हो ओ ओ
छोड़ गए बालम मुझे हाय अकेला छोड़ गए
तोड़ गए बालम
तोड़ गए बालम मेरा प्यार भरा दिल तोड़ गए
पहले मन में आग लगी और फिर बरसी बरसात
पहले मन में आग लगी और फिर बरसी बरसात
ऐसी चली बिरहा की आंधी
ऐसी चली बिरहा की आंधी तडपत हूँ दिन-रात
हाय मैं तडपत हूँ दिन-रात
छूट गया बालम
छूट गया बालम हाय साथ हमारा छूट गया
छोड़ गए बालम
छोड़ गए बालम मुझे हाय अकेला छोड़ गए
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Chhod gaye balam-Barsaat 1949
Artists: Raj Kapoor, Nargis