चंदा देखे चंदा-झूठी १९८५
संगीतकार की धुनें याद आ जाती हैं. फिल्म झूठी का ये गीत
ऐसा लगता है मानो एस डी बर्मन के संगीत से प्रेरित हो. मेघा
छाये आधी रात और तेरे मेरे मिलन की ये रैना इन दो गीतों को
मिला लीजिए और हो गया झूठी का गीत तैयार. गीत लिखा है
माया गोविन्द ने. इसे गाया है लता मंगेशकर और किशोर कुमार
ने. दरअसल बंगाली लोक संगीत समृद्ध है और उसका प्रभाव सभी
बंगाली संगीतकारों के गीतों पर आपको मिलेगा.
फिल्म संगीत इतिहास में सबसे ज्यादा चौंकाने का काम किया है
उषा खन्ना ने. प्रतिभाशाली उषा खन्ना ने अलग अलग संगीतकारों
की शैली वाली धुनें बनाई तो सुनने वालों ने दांतों तले उँगलियाँ दबा
लीं. उनकी अपनी भी एक शैली है जिसके तहत उन्होंने कई हिट
गीत बनाये हैं.
गीत के बोल:
चंदा देखे चंदा तो वो चंदा शरमाये
गोरी गोरी चांदनी में गोरी जब मुस्काए
जिया बोले पिया तो ये जिया शरमाये
गोरी गोरी चांदनी में गोरी जब मुस्काए
चाँद से माथे पे बिंदिया झिलमिलाए ऐसे
चाँद सूरज रात में एक साथ चमके ऐसे
जी करे ये उमर यू हीं देखते कट जाए
जिया बोले पिया तो ये जिया शरमाये
गोरी गोरी चांदनी में गोरी जब मुस्काए
चंदा देखे चंदा
नैन बन जाती है घूँघट मन दुल्हन की आशा
बांचते हैं जब नयन तेरे नयन की भाषा
नैन में छुप कर मेरे मुझको तू मुझसे चुराए
चंदा देखे चंदा तो वो चंदा शरमाये
गोरी गोरी चांदनी में गोरी जब मुस्काए
चंदा देखे चंदा
प्रीत के रंग में रंगा है तेरा उड़ता आंचल
मैने बांधा है इसी में एक दीवाना पागल
आंचल की छाया में ये पागल जिये मर जाए
ल जिया बोले पिया तो ये जिया शरमाये
गोरी गोरी चांदनी में गोरी जब मुस्काए
चंदा देखे चंदा
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Chanda dekhe chanda-Jhoothi 1985
Artists: Raj Babbar, Rekha