ठण्डी हवा काली घटा-मिस्टर ऐण्ड मिसेज़ ५५
वर्ष: १९५५
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
गायिका: गीता दत्त
संगीत: ओ पी नैय्यर
गीत के बोल:
ठण्डी हवा काली घटा आ ही गई झूम के
प्यार लिये डोले हँसी नाचे जिया घूम के
ठण्डी हवा काली घटा आ ही गई झूम के
प्यार लिये डोले हँसी नाचे जिया घूम के
बैठी थी चुपचाप यूँ ही दिल की कली चुन के मैं
बैठी थी चुपचाप यूँ ही दिल की कली चुन के मैं
दिल ने ये क्या बात कही रह न सकी सुन के मैं
मैं जो चली
मैं जो चली दिल ने कहा और ज़रा झूम के
प्यार लिये डोले हँसी नाचे जिया घूम के
ठण्डी हवा काली घटा आ ही गई झूम के
आज तो मैं अपनी छबि देख के शरमा गई
आज तो मैं अपनी छबि देख के शरमा गई
जाने ये क्या सोच रही थी के हँसी आ गई
लोट गई
लोट गई ज़ुल्फ़ मेरी होंठ मेरा चूम के
प्यार लिये डोले हँसी नाचे जिया घूम के
ठण्डी हवा काली घटा आ ही गई झूम के
ठण्डी हवा काली घटा आ ही गई झूम के
प्यार लिये डोले हँसी नाचे जिया घूम के
दिल का हर एक तार हिला छिड़ने लगी रागिनी
दिल का हर एक तार हिला छिड़ने लगी रागिनी
कजरा भरे नैन लिये बन के चलूँ कामिनी
कह दो कोई
कह दो कोई आज घटा बरसे ज़रा धूम से
प्यार लिये डोले हँसी नाचे जिया घूम के
ठण्डी हवा काली घटा आ ही गई झूम के
ठण्डी हवा काली घटा आ ही गई झूम के
प्यार लिये डोले हँसी नाचे जिया घूम के
ठण्डी हवा काली घटा आ ही गई झूम के
प्यार लिये डोले हँसी नाचे जिया घूम के
……………………………………………………
Thandi hawa kali ghata-Mr. & Mrs. 55 1955
Artists: Madhubala
0 comments:
Post a Comment