इश्क का दर्द सुहाना-इशारा १९४३
वर्ष:१९४३
गीतकार:दीनाहाथ मधोक
गायक:वसंत कुमठेकर
संगीतकार:खुर्शीद अनवर
गीत के बोल:
इश्क़ का दर्द सुहाना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना
इश्क़ पहलू में दिया दिल तो दिया क्या तूने
इश्क़ पहलू में दिया दिल तो दिया क्या तूने
इस तरह दर्द को खाली है किया क्या तूने
इस तरह दर्द को खाली है किया क्या तूने
कभी दिल से जिगर में आना हो
दिल से जिगर में आना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना
क्यूँ तड़पता है ज़रा
क्यूँ तड़पता है ज़रा
उनके चल अब कानों से
क्यूँ नहीं मानता हाय
क्यूँ नहीं मानता हाय मेरे समझाने से
मेरे दिल को तुम्हीं समझाना हो
मेरे दिल को तुम्हीं समझाना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना हो
इश्क़ का दर्द सुहाना
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Ishq ka dard suhana-Ishara 1943
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