जोश-ए-जवानी हाय रे हाय-एराउंड द वर्ल्ड १९६७
महज़ चाय बनाने के ऊपर फिल्म बने तो भी उसमें २-३ गीत
अवश्य ही होंगे. आपको याद हो तो सन १९५५ में एक फिल्म
बनायीं गयी थी बूट पॉलिश. मूल फिल्म में गीत नहीं थे और
इसे बनाने के बाद निर्माताओं के दिमाग में ये ख्याल आया कि
डोक्युमेंट्री सरीखी लगने वाली फिल्म को फिल्म बनाया जाए और
इसमें गीत डाले जाएँ. गीतों के बाद फिल्म रोचक हो गयी.
सुनते हैं मुकेश का गाया एक गीत दुनिया की सैर पर बनी फिल्म
से जिसमें राज कपूर और राजश्री की जोड़ी है. शैलेन्द्र के बोल हैं
और शंकर जयकिशन का संगीत.
गीत के बोल:
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय
निकले जिधर से धूम मचाये
दुनिया का मेला मैं हूँ अकेला
कितना अकेला हूँ मैं
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय
शाम का रंगीं शोख़ नज़ारा
और बेचारा ये दिल
ढूँढ के हारा कोई सहारा
पर न मिली मंज़िल
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय
कोई तो हमसे दो बात करता
कोई तो कहता हलो
घर न बुलाता पर ये तो कहता
कुछ दूर तक संग चलो
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय
बेकार गुज़रे हम इस तरफ़ से
बेकार था ये सफ़र
अब दर-ब-दर की खाते हैं ठोकर
राजा जो थे अपने घर
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय
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Josh-e-jawani haaye re haaye-Around the world 1967
Artists: Raj Kapoor, Rajshri
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