किसी की मुस्कुराहटों पे-अनाड़ी १९५९
है. वो एक मंजा हुआ खिलाड़ी नज़र आता है. फिल्मों की
यही ब्यूटी होती है, मिनट मिनट में भाव और अर्थ बदल
जाता है. गीत में नायक जीवनोपयोगी सन्देश दे रहा है.
फिल्म अनाड़ी मधुर गीतों से भरी हुई फिल्म है. इसका एक
गीत सुनेंगे आज मुकेश का गाया हुआ. शैलेन्द्र के बोल और
शंकर जयकिशन के संगीत का संगम है ये गीत.
गीत के बोल:
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना इसी का नाम है
किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना इसी का नाम है
माना अपनी जेब से फ़कीर हैं
फिर भी यारों दिल के हम अमीर हैं
माना अपनी जेब से फ़कीर हैं
फिर भी यारों दिल के हम अमीर हैं
मिटे जो प्यार के लिये वो ज़िन्दगी
जले बहार के लिये वो ज़िन्दगी
किसी को हो न हो हमें तो ऐतबार
जीना इसी का नाम है
रिश्ता दिल से दिल के ऐतबार का
ज़िन्दा है हमीं से नाम प्यार का
रिश्ता दिल से दिल के ऐतबार का
ज़िन्दा है हमीं से नाम प्यार का
के मर के भी किसी को याद आयेंगे
किसी के आँसुओं में मुस्कुरायेंगे
कहेगा फूल हर कली से बार बार
जीना इसी का नाम है
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Kisi ki muskurahton pe ho nisar-Anadi 1959
Artist: Raj Kapoor
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