चोली के पीछे क्या है(विनोद राठौड)-खलनायक १९९३
था. क्लासिक-सर्वमान्य परिभाषा अनुसार पन्द्रह साल पुरानी किसी भी
चीज़ को कह सकते हैं. अपने देश में कहने के बाद उस पर कोई टीका
टिप्पणी भी तो नहीं करता है इसलिए वो सर्वमान्य हो जाती है जैसे
सरकार की बनायी हुई सड़कों पर जनता लोटा ले के बैठती थी/है और
कोई रोकने टोकने वाला नहीं होता तो ये मान लिया जाता है कि यही
सर्वमान्य विधि है निपटने की. नयी पीढ़ी पुरानी को देख कर ही सीखती
है.जैसे बाप बन्दर जैसा उछल कूद करता हुआ चार चके की गाडी चलाएगा
तो ९९ प्रतिशत संभावना है उसकी औलाद उससे एक कदम आगे बढ़ के
चिम्पाजी जैसी चलाएगी.
कू कू कू हिट का मेल संस्करण सुनते हैं आज. पिछली बार हमने एक
किलो बारूद खर्च की थी पोस्ट लिखने में इस बार केवल २५० ग्राम लगा
रहे हैं. महंगाई का ज़माना है और एक पोस्ट पर हमें केवल ५० पैसे प्राप्त
होते हैं जबकि लिखने का खर्च है ५ रूपये. इसमें दिमाग लगाना, आँखें
फोड़ना और बाकी चीज़ें शामिल नहीं हैं जैसे कम्प्यूटर की टूट फूट मरम्मत
वगैरह.
गीत के बोल:
कू कू कू कू, कू कू कू कू
कू कू कू कू, कू कू कू कू
चोली के पीछे क्या है
चोली के पीछे
चोली के पीछे क्या है
चोली के पीछे
चुनरी के नीचे क्या है
चुनरी के नीचे ?
हो, चोली में दिल है मेरा
चुनरी में दिल है मेरा
चोली में दिल है मेरा
चुनरी में दिल है मेरा
ये दिल में दूँगी मेरे यार को, प्यार को
हाय
कू कू कू कू, कू कू कू कू
कू कू कू कू, कू कू कू कू
अरे लाखों दीवाने तेरे
लाखों दीवाने
आशिक पुराने तेरे आशिक पुराने
हो, आशिक मिला ना ऐसा
मेरी पसंद जैसा
दे दिल शहर ये ऐसा
क्या करूं क्या करूं
हाय
कू कू कू कू कू कू कू कू
कू कू कू कू कू कू कू कू
कू कू कू कू कू कू कू कू
कू कू कू कू कू कू कू कू
रेशम का लहंगा मेरा, रेशम का लहंगा
लहंगा है महंगा मेरा
लहंगा है महंगा
लहंगा उठा के चलूँ, घूँघट गिरा के चलूँ
क्या क्या बचा के चलूँ रामजी, रामजी
हाय
कू कू कू कू, कू कू कू कू
कू कू कू कू, कू कू कू कू
अरे, इसको बचा लो बाबू
इस को बचा लो
दिल में छुपा लो बाबू
दिल में छुपा लो
अरे आशिक पड़े हैं पीछे
कोई इधर को खींचे
कोई उधार को खींचे
क्या करूं क्या करूं
हाय
कू कू कू कू, कू कू कू कू
कू कू कू कू, कू कू कू कू
कू कू कू कू, कू कू कू कू
कू कू कू कू, कू कू कू कू
शादी करा दो मेरी
शादी करा दो
डोली सजा दो मेरी डोली सजा दो
सौतन बना ना जाये
जोगन बना ना जाए
जोगन सहा ना जाए, क्या करूं,
अरे क्या करूं रे
हाय
कू कू कू कू, कू कू कू कू
कू कू कू कू, कू कू कू कू
अरे! लड़की हो कैसी बोलो
लड़की हो कैसी
लड़का हो कैसा बोलो
लड़का हो कैसा
हो लड़की हो तेरे जैसी
लड़का हो मेरे जैसा
ए मज़ा फिर कैसा प्यार का, प्यार का
ओ छोरी
कू कू कू कू, कू कू कू कू
कू कू कू कू, कू कू कू कू
बेगम बगैर बादशाह किस काम का
बादशाह बगैर बेगम किस काम की
तेरी मर्ज़ी तू जाने
मेरी मर्ज़ी मैं जानूं
मैंने जवानी तेरे नाम की, नाम की
ओ छोरी
चोली के पीछे क्या है, चोली के पीछे ?
चोली के पीछे क्या है, चोली के पीछे ?
चुनरी के नीचे क्या है, चुनरी के नीचे
हो, चोली में दिल है मेरा,
चुनरी में दिल है मेरा
हो, चोली में दिल है मेरा
चुनरी में दिल है मेरा
ये दिल में दूंगा मेरे यार को, प्यार को
फुर्र
चोली में दिल है मेरा,
चुनरी में दिल है मेरा
चुनरी में दिल है मेरा
हे हो हाय
चोली में दिल है मेरा
चुनरी में दिल है मेरा
चोली में दिल है मेरा
चुनरी में दिल है मेरा
चोली में दिल है मेरा
चुनरी में दिल है मेरा
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Choli ke peechhe kya hai(male)-Khalnayak 1993
Artists: Sanjay Dutt, Madhuri Dixit
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