एक तो सूरत प्यारी-वल्लाह क्या बात है १९६२
था कि नायक नायिका गोरे हैं या काले. मेकअप और लाईट इफेक्ट
के ज़रिये उन्हें गोरा बनाया या दिखाया जाता था. एक समय था
जब रंगीन तस्वीरों वाले अखबार और पत्रिकाएं भी कम हुआ करती
थीं.
प्रस्तुत गीत में नायक की नीली आँखों का जिक्र है. शम्मी कपूर की
आँखें नीली थीं. उनकी आँखों के रंग का जिक्र तीन गीतों में हुआ है.
एक गीत आज आप सुनेंगे फिल्म वल्लाह क्या बात है से. फिल्म में
शम्मी कपूर के साथ बीना राय की जोड़ी है.
गीत लिखा है प्रेम धवन ने और इसकी तर्ज़ बनाई रोशन ने. रफ़ी और
आशा इस युगल गीत को गा रहे हैं. खूबसूरत बरसाती गीत है और ये
टाँगे पर फिल्माया गया है. रोशन के संगीत में भी तांगे वाला एक गीत
और सुन लीजिए. गीत में नायक नायिका अति गदगद हैं. इसे हम कह
सकते हैं-अति गदगद हिट. श्रेणी बनाने वाले सुन रहे हैं ना?
गीत के बोल:
एक तो सूरत प्यारी और ऊपर से ये नाज़
दिल लेने के तौबा ये कैसे हैं अंदाज़
तुम्ही बता दो ऐ जी क्या सच्ची है ये बात
नीली आँखों वाले होते हैं धोखेबाज़
एक तो सूरत प्यारी और ऊपर से ये नाज़
दिल लेने के तौबा ये कैसे हैं अंदाज़
इधर ये निगाहें उधर वो घटायें
दिल क्या करे दीवाना
ये बातें अन्जानी ना जानों मैं दीवानी
तुम ही ज़रा समझाना
इधर ये निगाहें उधर वो घटायें
दिल क्या करे दीवाना
ये बातें अन्जानी ना जानों मैं दीवानी
तुम ही ज़रा समझाना
हे हे हे एक दीवाने को क्या समझायेगा दीवाना
आ हा आ
एक तो सूरत प्यारी और ऊपर से ये नाज़
दिल लेने के तौबा ये कैसे हैं अंदाज़
तुम्ही बता दो ऐ जी क्या सच्ची है ये बात
नीली आँखों वाले होते हैं धोखेबाज़
बरसती बहारें मचलती फुहारें
उफ़ ये समा मस्ताना
ये रिमझिम पानी करे है मनमानी
दिल भी हुआ बेगाना
बरसती बहारें मचलती फुहारें
उफ़ ये समा मस्ताना
ये रिमझिम पानी करे है मनमानी
दिल भी हुआ बेगाना
हे हे हे यही तो है जी दिल वालों का ज़माना
आ हा हा
एक तो सूरत प्यारी और ऊपर से ये नाज़
दिल लेने के तौबा ये कैसे हैं अंदाज़
तुम्ही बता दो ऐ जी क्या सच्ची है ये बात
नीली आँखों वाले होते हैं धोखेबाज़
दोनो जिधर हम जाएं चमन खिल जाएं
हँसाने लगे ये ये नज़ारें
दोनो जहाँ पे रुक जाएं वहीं पे झुक जाएं
क्या चाँद क्या ये सितारे
हे हे हे इशारे पे चले हमारे ये ज़माना
आ हा हा
एक तो सूरत प्यारी और ऊपर से ये नाज़
दिल लेने के तौबा ये कैसे हैं अंदाज़
सही बता दो ऐ जी क्या सच्ची है ये बात
नीली आँखों वाले होते हैं धोखेबाज़
एक तो सूरत प्यारी और ऊपर से ये नाज़
दिल लेने के तौबा ये कैसे हैं अंदाज़
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Ek to soorat pyari-Wallah kya baat hai 1962
Artists: Shammi Kapoor, Beena Rai
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