बड़े अच्छे लगते हैं-बालिका वधू १९७६
इस फिल्म में कुछ अच्छे गीत हैं. ये गीत अमित कुमार के शुरू के
कुछ गीतों में से एक है.
गीत आनंद बक्षी का है जिन्होंने इस फिल्म का एक गीत स्वयं गाया
भी है. संगीतकार हैं आर डी बर्मन. इस गीत में उनकी आवाज़ भी है.
कुछ एक्स्ट्रा दर्द वाली वायलिन की आवाज़ के साथ गीत शुरू होता है.
इसका एक हलवाई वर्ज़न भी मैंने कई साल पहले सुना था-बड़े अच्छे
लगते हैं ये बर्फी, ये पेड़ा, ये लड्डू और तुम.
गीत के बोल:
बड़े अच्छे लगते हैं
बड़े अच्छे लगते हैं के ये धरती ये नदिया ये रैना
और और तुम
बड़े अच्छे लगते हैं ये धरती ये नदिया ये रैना
और और तुम
ओ माझी रे जईयो पिया के देस
हम तुम कितने पास हैं कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को झूठे लगते हैं ये सारे
हम तुम कितने पास हैं कितने दूर हैं चाँद सितारे
सच पूछो तो मन को झूठे लगते हैं ये सारे
मगर सच्चे लगते हैं ये धरती ये नदिया ये रैना
और और तुम
तुम इन सबको छोड़ के कैसे कल सुबह जाओगी
मेरे साथ इन्हें भी तो तुम याद बहुत आओगी
तुम इन सबको छोड़ के कैसे कल सुबह जाओगी
मेरे साथ इन्हें भी तो तुम याद बहुत आओगी
बड़े अच्छे लगते हैं ये धरती ये नदिया ये रैना
और और तुम
बड़े अच्छे लगते हैं
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Bade achchhe lagte hain-Balika vadhu 1976
Artists: Sachin, Rajni Sharma
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