जाता कहाँ है दीवाने–सी आई डी १९५६
गीत जो है वो आप आज सुनेंगे. इस गीत के काफी रोचक
बोल सुनने को मिले मुझे अभी तक. मेरी कोशिश है कि उन
सभी दयालु आत्माओं को जिन्होंने मुझे एनलाईटन किया और
इस गीत के बोलों के लिए सामान मुहैया कराया को इस गीत
के माध्यम से धन्यवाद दे दूं.
कई गीतों में डमी शब्दों का प्रयोग हुआ है. इन शब्दों का कोई
अर्थ नहीं होता मगर हम निकालने की कोशिश करते हैं. कोई
कहे किशमिश, कोई कहे-किस किस, कोई सुने टिच टिच तो
किसी ने खिच खिच सुना. एक ने तो फिच फिच भी सुन लिया.
हाय रे मेरे काण. मछली प्रेमियों ने फिश फिश सुन लिया.
विडंबना ही कहेंगे इसे, इतना खूबसूरत गीत सेंसर की आपत्तियों
की वजह से उड़ गया फिल्म से. उस ज़माने के हिसाब से इस
गीत में क्या ऐसा मिला जो जनता के देखने या सुनने लायक
नहीं था ये शायद ही मालूम हो किसी को.
गीत के बोल:
जाता कहाँ है दीवाने
सब कुछ यहाँ है सनम
बाकी के सारे फ़साने
झूठे हैं तेरी क़सम
खिच फिच
कुछ तेरे दिल में टिच टिच
कुछ मेरे दिल में घिच पिच
ज़माना है बुरा
पहलू बदलने लगे घबरा के चलने लगे
आँखें मिलीं भी नहीं यूँ ही सम्भलने लगे
अजी सुनिये हुज़ूर जाना हमसे न दूर
अजी सुनिये हुज़ूर
देखो दिल है किसी का जलाना बुरा
जाता कहाँ है दीवाने
सब कुछ यहाँ है सनम
बाकी के सारे फ़साने
झूठे हैं तेरी क़सम
फिश फिश
कुछ तेरे दिल में किश मिश
कुछ मेरे दिल में टिच टिच
ज़माना है बुरा
सैयाद है तू मगर मुझको न यूँ तन के देख
नादां ज़रा एक बार क़ैदी मेरा बन के देख
मानो-मानो मेरी बात है ये पहली मुलाक़ात
मानो-मानो मेरी
देखो पहलू से उठ के है जाना बुरा
जाता कहाँ है दीवाने
सब कुछ यहाँ है सनम
बाकी के सारे फ़साने
झूठे हैं तेरी क़सम
फिश फिश
कुछ तेरे दिल में किस मिस
कुछ मेरे दिल में खिच खिच
ज़माना है बुरा
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Jaata kahan hai deewane-CID 1956
Artist: Waheeda Rehman
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