चाहिए थोड़ा प्यार-लहू के दो रंग १९७९
इतने जोर से प्यार शब्द बोला गया है. वो भी एक बार नहीं कई
बार. गाने वाले की पूरा दम ही निकल दिया गया है गीत में.
फारूख कैसर का गीत है और बप्पी लहरी का संगीत. गायक को
आप पहचान ही जायेंगे. ना पहचान पायें तो टैग में नाम दिया
हुआ है.
इस गाने के मुखड़े को प्याज बेचने के लिए भी प्रयोग किया जा
सकता है. सब्जी विक्रेताओं का ध्यान शायद इस ओर नहीं गया है
अभी तक.
गीत के बोल:
प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार
चाहिए थोड़ा प्यार थोड़ा प्यार चाहिए
चाहिए थोड़ा प्यार थोड़ा प्यार चाहिए
जानेमन गुलबदन मेरी बात मानिए
चाहिए थोड़ा प्यार थोड़ा प्यार चाहिए
प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार
चोरी छुपे प्यार कभी होना चाहिए
रुत हो जवाँ फिर तो हमें खोना चाहिए
चोरी छुपे प्यार कभी होना चाहिए
रुत हो जवाँ फिर तो हमें खोना चाहिए
जय काली कलकत्ते वाली तेरा वचन न जाए खाली
बच्चा लोग अरे बजाओ ताली
चाहिए थोड़ा प्यार थोड़ा प्यार चाहिए
प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार
कोई हसीं कर न सका मेरा सामना
मेरी नज़र जादू भरी दिल को थामना
कोई हसीं कर न सका मेरा सामना
मेरी नज़र जादू भरी दिल को थामना
जय काली कलकत्ते वाली तेरा वचन न जाए खाली
छोकरी लोग अरे बजाओ ताली
चाहिए थोड़ा प्यार थोड़ा प्यार चाहिए
जानेमन गुलबदन मेरी बात मानिए
चाहिए थोड़ा प्यार थोड़ा प्यार चाहिए
प्यार प्यार प्यार प्यार प्यार
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Chahiye thoda pyar-Lahu ke do rang 1979
Artists: Vindo Khanna, Shabana Azmi
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