घिर घिर के आई बदरिया-एक थी लड़की १९४९
हो जाए मगर अर्थ वही रहता है. चाहे घिर घिर आये चाहे घिर घिर
के आये, चाहे घुमड़ घुमड़ कर आये बदरिया तो बदरिया ही रहेगी.
जैसे बॉयज़ विल बी बॉयज़ एंड बंदरियाज़ विल बी बंदरियाज़.
एक और गीत सुनते हैं बदरिया वाला फिल्म एक थी लड़की से. इसे
अज़ीज़ कश्मीरी ने लिखा और विनोद ने संगीत से संवारा. गायिका हैं
लता मंगेशकर और इसे फिल्माया गया है मीना शौरी पर.
गीत के बोल:
घिर घिर के आई बदरिया
साजनवा न जा
घिर घिर के आई बदरिया
साजनवा न जा
रोते हैं नैन बावरे इन्हें समझा जा
रोते हैं नैन बावरे इन्हें समझा जा
घिर घिर के आई बदरिया
साजनवा न जा
पहले तो आस दिलाई
अब फिर क्यूँ आँख चुराई
पहले तो आस दिलाई
अब फिर क्यूँ आँख चुराई
हाथों में हाथ दिया है लाज निभा जा
हाथों में हाथ दिया है लाज निभा जा
रोते हैं नैन बावरे इन्हें समझा जा
घिर घिर के आई बदरिया
साजनवा न जा
घिर घिर के आई बदरिया
साजनवा न जा
आँखें फ़रियाद करेंगी रो रो कर याद करेंगी
आँखें फ़रियाद करेंगी रो रो कर याद करेंगी
आँखों की भूल बालमा आ के बता जा
आँखों की भूल बालमा आ के बता जा
रोते हैं नैन बावरे इन्हें समझा जा
घिर घिर के आई बंदरिया
साजनवा न जा
घिर घिर के आई बदरिया
साजनवा न जा
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Ghir ghir ke aayi-Ek thi ladki 1953
Artist: Meena Shorey
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