एक नज़र देख तो लो-गोल्डन आईज सीक्रेट एजेंट ०७७ १९६८
और देखते हैं आज. आशा भोंसले ने इसे गाया है और इसे
मुमताज़ पर फिल्माया गया है.
एक नज़र देख तो लो कि ये शैम्पू का झाग है या साबुन का.
बाथरूम के वोल्यूम के २० प्रतिशत में झाग ही झाग है मानो
झाग के बादल ज़मीन पर इतर आये हों. इसे कहते हैं झाग
स्नान. झाग स्नान के बाद सौंदर्य और निखर के आया है मानो
किसी खास साबुन के विज्ञापन की शूटिंग हो रही हो.
फिल्म का नाम है गोल्डन आईज सीक्रेट एजेंट ०७७ जिसे देख
के शायद जेम्स बॉंड भी बोंडा खाने लग जाए या बेहोश हो जाए.
जेम्स बॉंड की फिल्मों में एक दृश्यावली ज़रूर हुआ करती थी
जिसमें नायिका की उछल-कूद और जिम्नास्टिक्स के साथ पार्श्व
में एक नामचीन महिला गायिका का गीत बजता मिलता था.
गीत में नायक शैलेश कुमार भी नज़र आ रहे हैं. शेवान रिज़वी
का गीत है और बी एन बाली का संगीत.
गीत के बोल:
एक नज़र देख तो लो एक नज़र देख तो लो
एक नज़र देख तो लो एक नज़र देख तो लो
एक छलका हुआ सागर मेरी अंगडाई है
एक नज़र देख तो लो एक नज़र देख तो लो
सामने एक हसीं गुलबदन माहज़बीं
सामने एक हसीं गुलबदन माहज़बीं
जिसकी जुल्फों को घटा देख के शरमाई है
एक नज़र देख तो लो एक नज़र देख तो लो
मोतियों की सी लड़ी सुर्ख गालों पे जड़ी
मोतियों की सी लड़ी सुर्ख गालों पे जड़ी
हुस्न कलियों का तो शबनम अदाओं की पाई है
एक नज़र देख तो लो एक नज़र देख तो लो
नाज़ अपने पे न कर नाज़ तकदीर पे कर
नाज़ अपने पे न कर नाज़ तकदीर पे कर
दिल चुराने को तेरा एक पारी आई है
एक नज़र देख तो लो एक नज़र देख तो लो
एक छलका हुआ सागर मेरी अंगडाई है
एक नज़र देख तो लो एक नज़र देख तो लो
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Ek nazar dekh to lo-Golden eyes secret agent 077 1968
Artists: Mumtaz, Shailesh Kumar
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