Dec 3, 2017

उई माँ उई उई-बलिदान १९८५

पुराने ज़माने के आइटम सोंग कैसे हुआ करते थे उसकी एक
बानगी. १९८५ का वर्ष आज के समय की तुलना में पुराना
तो हो ही गया है. तकरीबन दो पीढियां पैदा हो गयी हैं उसके
बाद.

पूरे, कचौड़ी, रसगुल्ले के जिक्र वाला ये मुंह में पानी लाने
वाला गीत लिखा है कविवर इन्दीवर ने और इसकी क्लासिक
धुन तैयार की है वन एंड ओनली वन बप्पी लहरी ने. गीत
गाया है एस जानकी ने.



गीत के बोल:

उई माँ उई माँ उई उई उई उई उई उई
छुई मुई छुई मुई हो ओ हो ओ
मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी
मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी
मोरे सजन तोहे प्यास लगे तो
कॉफ़ी हो लस्सी फ़ालूदा बन जाऊंगी
उई माँ उई माँ उई उई उई उई उई उई
छुई मुई छुई मुई हो ओ हो ओ
मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी
मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी

आ जा आ जा आ जा आ जा
आ जा आ जा आ जा आ जा

मोरे सजन तोहे नींद लगे तो
तकिया बिछौना रजाई बन जाऊंगी
मोरे सजन तोहे नींद लगे तो
तकिया बिछौना रजाई बन जाऊंगी
मोरे सजन तू जो ख़्वाब में देखे
चम्पा ग़ुलाब चमेली बन जाऊंगी
मोरे सजन तोहे दर्द उठा तो
गोली इंजक्शन दवाई बन जाऊंगी

उई माँ उई माँ उई उई उई उई उई उई
छुई मुई छुई मुई हो ओ हो ओ
मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी
हो मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी हाँ

आ जा आ जा आ जा राजा
आ जा आ जा आ जा राजा
मोरे सजन तू चाहे बजाना तो
तबला सारंगी गिटार बन जाऊंगी
मोरे सजन तू चाहे बजाना तो
तबला सारंगी गिटार बन जाऊंगी
मोरे सजन तू जो साथ में गाए
ठुमरी कव्वाली ग़ज़ल बन जाऊंगी
मोरे सजन तू जो साथ में नाचे
डिस्को हो भांगड़ा कथक बन जाऊंगी

उई माँ उई माँ उई उई उई उई उई उई
छुई मुई छुई मुई हो ओ हो ओ
मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी
हो मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी हाँ

मोरे सजन तू जो प्यार करे तो
सोहनी लैला ओ हीर बन जाऊंगी
मोरे सजन तू जो प्यार करे तो
सोहनी लैला ओ हीर बन जाऊंगी
मोरे सजन तू जो मांग भरे तो
नई नवेली दुल्हन बन जाऊंगी हाँ
मोरे सजन मेरा ज़ोर चले तो
रानी सेठानी घरवाली बन जाऊंगी

उई माँ उई माँ उई उई उई उई उई उई
छुई मुई छुई मुई हो ओ हो ओ
मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी
हो मोरे साजन तोहे भूख लगे तो
पूरी कचौरी रसगुल्ला बन जाऊंगी
मोरे सजन तोहे प्यास लगे तो
कॉफ़ी हो लस्सी फ़ालूदा बन जाऊंगी
उई माँ उई माँ उई उई उई उई उई उई
छुई मुई छुई मुई हो ओ हो ओ
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Ui ma ui ui-Balidan 1985

Artists: Jayshri T, Kadar Khan

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