गुँजा रे-नदिया के पार १९८२
आसान काम नहीं है विशेषकर जब ये युगल गीत हो. एकल
गीत में तो आप संगीत की जगह मुंह से टूं टां निकाल कर काम
चला लेते हैं मगर युगल गीत में क्या करेंगे? प्रेमी प्रेमिका या
मियां-बीबी को साथ गाना पड़ेगा.
सुनते हैं सन १९८२ की फिल्म नदिया के पार से लोकप्रिय गीत.
गीत संगीत रवींद्र जैन का है और इसे सुरेश वाडकर और हेमलता
ने गाया है.
गीत के बोल:
गुँजा रे
गुँजा रे
चन्दन चन्दन चन्दन
हम दोनो में दोनों खो गये
देखो एक दूसरे के हो गये
राम जाने वो घड़ी कब आयेगी
जब होगा हमारा गठबँधन
गुँजा रे
ऐ हे चन्दन चन्दन चन्दन
हो ओ ओ ओ ओ हो हो हो हो हो
सोना नदी के पानी हिलोर मारे हो
प्रीत मनवा मा हमरे जोर मारे हो
सोना नदी के पानी हिलोर मारे
प्रीत मनवा मा हमरे जोर मारे
हे ऐसन कईसन होई गवा रे
राम जाने
हे राम जाने वो घड़ी कब आयेगी
जब होगा हमारा गठबँधन
गुँजा रे
ऐ ऐ ऐ चन्दन चन्दन चन्दन
तेरे सपनों मैं डूबी रहे आँखें
तेरे खुशबू से महक रहे साँसें
तेरे सपनों मैं डूबी रहे आँखें
तेरे खुशबू से महक रहे साँसें
रंग तेरे पाँव का लग के मेरे पाँव में
कहे दिन काटेंगे रँगों की छाँव में
हो बूढ़े बरगद की माटी को सीस धर ले
हो ओ ओ
दीपा सत्ती को सौ सौ प्रणाम कर ले
बूढ़े बरगद की माटी को सीस धर ले
दीपा सत्ती को सौ सौ प्रणाम कर ले
ओ देगी आसीस तो जल्दी बियाहेगी
राम जाने
राम जाने वो घड़ी कब आयेगी
जब होगा हमारा गठबँधन
गुँजा रे
चन्दन रे
गुँजा चन्दन
हम दोनो में दोनों खो गये
देखो एक दूसरे के हो गये
राम जाने वो घड़ी कब आयेगी
जब होगा हमारा गठबँधन
गुँजा रे
चन्दन रे
गुँजा चन्दन
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Gunja re-Nadiya ke paar 1982
Artists: Sachin, Sadhana Singh
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