माझी चल ओ माझी चल-आया सावन झूम के १९६९
ओ रे माझी(बंदिनी), माझी नैया ढूंढें किनारा(उपहार) और तीसरा
ओ माझी रे(खुशबू). आज एक और सुनेंगे जो इतना लोकप्रिय तो
नहीं मगर कर्णप्रिय और खूबसूरत गीत है.
रफ़ी ने इसे गाया है. आनंद बक्षी के लिखे बोलों को सुरों में ढाला है
लक्ष्मी प्यारे ने. गौरतलब है मुकेश का गाया फिल्म उपहार का माझी
गीत भी आनंद बक्षी ने लिखा है और संगीत भी इसी संगीतकार जोड़ी
ने तैयार किया है.
गीत के बोल:
माझी चल ओ माझी चल
माझी चल हो ओ ओ माझी चल
माझी चल ओ माझी चल
माझी चल हो ओ माझी चल
तू चले तो छम छम बाजे मौजों की पायल
ओ माझी चल माझी चल
माझी चल हो ओ ओ माझी चल
तेरा जीवन नदिया की धार है
तन है नैया मन पतवार है
तेरा जीवन नदिया की धार है
तन है नैया मन पतवार है
सुन ओ माझी मौजों की पुकार है
थाम ले तू
थाम ले तू मस्त पवन का लहराता आँचल
ओ माझी चल ओ माझी चल
माझी चल हो ओ ओ माझी चल
आशाओं से नाता जोड़ दे ये निराशा के बंधन तोड़ दे
आशाओं से नाता जोड़ दे ये निराशा के बंधन तोड़ दे
सुन ओ माझी आज का गम तू छोड़ दे
आज तो पीछे
आज तो पीछे रह गया है सामने है कल
ओ माझी चल ओ माझी चल
माझी चल हो ओ ओ माझी चल
ओ माझी चल ओ माझी चल
माझी चल ओ ओ ओ माझी चल
तू चले तो छम छम बाजे मौजों की पायल
माझी चल माझी चल
माझी चल हो ओ ओ माझी चल
माझी चल माझी चल
माझी चल हो ओ ओ माझी चल
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O majhi chal-Aaya sawan jhoom ke 1969
Artist: Dharmendra, Asha Parekh
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