क्यूँ ऐसे देखा आपने-तकदीर १९८३
ये भैंस कुछ भी चर जाती है. ऐसे उदाहरण बहुतेरे हैं गानों में
जब किसी संगीतकार की धुन ऐसी सुनाई देती मानो किसी और
संगीतकार की शैली में ढली हो. गौर करें हम विलायती प्रभाव की
बात, यहाँ पर, बिलकुल भी नहीं कर रहे हैं.
कल्याणजी आनंदजी अपने आप में बहुत प्रतिभाशाली थे और
हम सब उनकी प्रतिभा के कायल हैं. आज आपको एक ऐसा गीत
सुनवाते हैं जो ८० टका आर डी बर्मन, १० टका बप्पी और १० टका
हृदयनाथ मंगेशकर की स्टाइल का मिश्रण जैसा है. इसमें अपना
ठप्पा लगाना कतई नहीं भूले हैं कल्याणजी आनंदजी भाई. हो
सकता है निर्माता या निर्देशक ने उनसे ऐसा करने को बोला हो.
फिल्म के नायक मिथुन हैं. फिल्म का नाम है तकदीर. किशोर का
गाया हुआ गाना यूँ तो सुनने में आनंददायी है मगर फिल्म शायद
बॉक्स ऑफिस पर आनंददायी साबित नहीं हुई.
गीत के बोल:
क्यूँ ऐसे देखा
क्यूँ ऐसे देखा आपने दीवाने हो गए
हम दीवाने हो गए
अरे आपकी चाहत के हम परवाने हो गए
हम परवाने हो गए
दीवाने परवाने दीवाने परवाने
दीवाने परवाने परवाने दीवाने
ना जाने क्या हो गए
क्यूँ ऐसे देखा आपने दीवाने हो गए
हम दीवाने हो गए
अरे आपकी चाहत के हम परवाने हो गए
हम परवाने हो गए
हो आपका जादू ऐसा चला बात करें क्या दिल की भला
दिल से गए हम जान से गए देखे आपके रंग नए
अदा अदा में वफ़ा छुपी है वफ़ा के ढंग नए
वफ़ा के ढंग नए
क्यूँ ऐसे देखा
क्यूँ ऐसे देखा आपने दीवाने हो गए
हम दीवाने हो गए
अरे आपकी चाहत के हम परवाने हो गए
हम परवाने हो गए
हो दो दीवाने खूब मिले जैसे दो महबूब मिले
हुस्न तेरा और इश्क मेरा दोनों जहाँ में और है क्या
दुनिया के अब सारे नज़ारे नज़र से उतर गए
हाँ नज़र से उतर गए
क्यूँ ऐसे देखा
क्यूँ ऐसे देखा आपने दीवाने हो गए
हम दीवाने हो गए
अरे आपकी चाहत के हम परवाने हो गए
हम परवाने हो गए
दीवाने परवाने दीवाने परवाने
दीवाने परवाने परवाने दीवाने
ना जाने क्या हो गए
क्यूँ ऐसे देखा आपने दीवाने हो गए
हम दीवाने हो गए
अरे आपकी चाहत के हम परवाने हो गए
हम परवाने हो गए
दीवाने हो गए हम परवाने हो गए
ला ला ला ला ला ला ला ला ला
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Kyun aise dekha aapne-Taqdeer 1983
Artists: Mithun Chakraborty, Zeenat Aman
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thanx
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