मेरे सनम सुन मेरा गम-नाग मंदिर १९६६
आयीं. सन १९६६ की फिल्म नाग मंदिर के गीत ज्यादा नहीं बजे
मगर सन १९७६ यानि कि ठीक दस साल बाद आई फिल्म नागिन
के गीत हिट हो गए.
सुनते हैं फिल्म नाग मंदिर से एक मधुर गीत लता का गाया हुआ.
इसे लिखा है भरत व्यास ने. गीत का संगीत भूतिया इफेक्ट वाला
है. ऐसे गीतों के लिए संगीतकारों को लता की आवाज़ सबसे ज्यादा
उपयुक्त लगती थी.
गीत के बोल:
मेरे सनम सुन मेरा गम
उलझनें जिंदगी बन गई
तू कहीं मैं कहीं
मेरे सनम
जल रहा है दिल मेरा
मैं चुप रहूँ तो कैसे
घुट रहा है दम मेरा
मैं कुछ कहूँ तो कैसे
गम से हदें खुशी की जा मिलीं
उलझनें जिंदगी बन गई
तू कहीं मैं कहीं
मेरे सनम
कितने दिन गुजर गये
किस्मत को सोते सोते
कितनी उम्र गई
दिन रात रोते रोते
फिर भी तो बदनसीबी कम नहीं
उलझनें जिंदगी बन गई
तू कहीं मैं कहीं
मेरे सनम सुन मेरा गम
उलझनें जिंदगी बन गई
तू कहीं मैं कहीं
मेरे सनम
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Mere sanam sun mera gham-Naag Mandir 1966
Artist: Vijaya Chaudhry
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