क्या रोज़ रोज़ पीना-छोटे सरकार १९७३
कि फिल्म छोटे सरकार से है. आशा भोंसले के गाये इस गीत
में मदिरा प्रेमियों के लिए नसीहत है. पीने पिलाने के साथ
क्या किया जाए उस पर प्रकाश डाला गया है.
मयखाने जाग्रत रहते हैं. शराबी आते जाते रहते हैं मगर ये
मयखाना वहीँ कायम रहता है और मदिराप्रेमियों की सेवा
में निरंतर तत्पर रहता है.
गीत के बोल:
क्या रोज़ रोज़ पीना जी भर के आज पी लो
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो हो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो
क्या रोज़ रोज़ पीना जी भर के आज पी लो
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो हो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो
दुनिया तो सो रही है मयखाने जागते है
मयखाने जागते है
दुनिया तो सो रही है मयखाने जागते है
मयखाने जागते है
तारों की रौशनी में मे पैमाने जागते है
पैमाने जागते है
दो घूँट हम भी पी लें दो घूँट हम भी पी लें
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो
क्या रोज़ रोज़ पीना जी भर के आज पी लो
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो
रहने दे जाम साकी ला भर के दे सुराही
ला भर के दे सुराही
रहने दे जाम साकी ला भर के दे सुराही
ला भर के दे सुराही
हाथों में साज़ ले लें और और छेड़ दें रुबाई
और छेड़ दें रुबाई
लहरा के हम भी पी लें लहरा के तुम भी पी लो
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो
क्या रोज़ रोज़ पीना जी भर के आज पी लो
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
दो चर लम्हे जि लो
कुछ तुम हमें पिलाओ कुछ हम तुम्हें पिलायें
कुछ हम तुम्हें पिलायें
कुछ तुम हमें पिलाओ कुछ हम तुम्हें पिलायें
कुछ हम तुम्हें पिलायें
पी जाएँ आज इतनी फिर होश मे न आये
फिर होश मे न आये
छलका के हम भी पी लें छलका के टउम भी पी लो
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
क्या रोज़ रोज़ पीना जी भर के आज पी लो
दो चार लम्हे जी लो मोरे राजा मोरे राजा
दो चार लम्हे जी लो
............................................................................
Kya roz roz peena-Chhote sarkar 1973
Artists: Sadhana, Shammi Kapoor
0 comments:
Post a Comment