मोतियों की लड़ी हूँ मैं-लोफर १९७३
सुनते हैं. ये भी आशा भोंसले ने गाया है.
इस गीत के निर्माता भी आनंद बक्षी और लक्ष्मी प्यारे की जोड़ी
है. इस जोड़ी ने सैकड़ों हिट गीत दिए हैं हिंदी फिल्म संगीत के
खजाने को.
गीत के बोल:
मोतियों की लड़ी हूँ मैं
फुलवा की छड़ी हूँ मैं
रे सुन्दर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाये
कब से खड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाये
कब से खड़ी हूँ मैं
मोतियों की लड़ी हूँ मैं
फुलवा की छड़ी हूँ मैं
रे सुन्दर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाये
कब से खड़ी हूँ मैं
बेचैन हूँ कितनी देर से
बैठा है तू निगाहें क्यों फेर के
ज़रा सा तो मुझे देख छेड़ के
बेचैन हूँ कितनी देर से
बैठा है तू निगाहें क्यों फेर के
ज़रा सा तो मुझे देख छेड़ के
मैं भड़क गई तो फिर आग ना बुझेगी
इक फुलझड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाये
कब से खड़ी हूँ मैं
मोतियों की लड़ी हूँ मैं
फुलवा की छड़ी हूँ मैं
रे सुन्दर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाये
कब से खड़ी हूँ मैं
मैं कौन हूँ तेरी प्यास हूँ
हुस्न की मैं अदा एक ख़ास हूँ
आज क़िस्मत से मैं तेरे पास हूँ
मैं कौन हूँ तेरी प्यास हूँ
हुस्न की मैं अदा एक ख़ास हूँ
आज क़िस्मत से मैं तेरे पास हूँ
मैं निकल गई तो फिर हाथ नहीं आऊँगी
ऐसी घड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाये
कब से खड़ी हूँ मैं
मोटियों की लड़ी हूँ मैं
फुलवा की छड़ी हूँ मैं
रे सुन्दर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाये
कब से खड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाये
कब से खड़ी हूँ मैं
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Motiyon ki ladi hoon main-Loafer 1973
Artists: Mumtaz, Dharmendra
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