मेरे दिल से ये नैन-ज़हरीला इंसान १९७४
में वर्णित विष कन्याओं के कोई मेल संस्करण के बारे में
कहानी हो.
सुनते हैं इस फिल्म से शैलेन्द्र सिंह का गाया हुआ एक गीत
जिसे लिखा है मजरूह सुल्तानपुरी ने और जिसकी धुन तैयार
की है आर डी बर्मन ने. फिल्म का ये गीत थोडा कम सुना
गया है मगर ये है कर्णप्रिय. हाँ इस गीत में आशा भोंसले की
आवाज़ भी है, ये एक युगल गीत है.
गीत के बोल:
मेरे दिल से ये नैन मिले रहने दो जानेमन
मेरे दिल से ये नैन मिले रहने दो जानेमन
ये दो घडी बहल जाता है दिल दीवाना
दीवाना दीवाना दीवाना दीवाना
इनके बिना यहाँ वहां ऐसे फिरूं उलझन का मारा
इनके बिना यहाँ वहां ऐसे फिरूं उलझन का मारा
पैरों तले जैसे कोई रखता चले जलता हुआ अंगारा
हो दुःख मेरा ये जाने हो या जाने मेरा हाल ये वीराना
हो ओ ओ मेरे दिल से ये नैन मिले रहने दो जानेमन
ये दो घडी बहल जाता है दिल दीवाना
दीवाना दीवाना दीवाना दीवाना
तुम भी देखो यूँ ही होती रहें दिल की दो बातें
आ आ आ आ आ आ
तुम भी देखो यूँ ही होती रहें दिल की दो बातें
तुम्ही से तो मिले मुझे जीवन के दिन जीवन की रातें
हो ये रात दिन रुक जाए हो फिर भी ना ये अफसाना
हो ओ ओ मेरे दिल से ये नैन मिले रहने दो जानेमन
ये दो घडी बहल जाता है दिल दीवाना
मेरे दिल से ये नैन मिले रहने दो जानेमन
ये दो घडी बहल जाता है दिल दीवाना
दीवाना दीवाना दीवाना दीवाना
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Mere dil se ye nain-Zehreela Insaan 1974
Artists: Rishi Kapoor, Mousami Chatterji
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