चुरा के दिल बन रहे हैं भोले--छोटे नवाब १९६१
पहली बतौर स्वतंत्र संगीतकार पहली फिल्म थी. फिल्म से आपने
पूर्व में २ गीत सुने हैं. अब सुनते हैं तीसरा गीत लता मंगेशकर
की आवाज़ में.
इसके बोल लिखे हैं शैलेन्द्र ने. गीत फिल्माया गया है महमूद और
अमीता पर.
गीत के बोल:
चुरा के दिल बन रहे हैं भोले जैसे कुछ हाय
जैसे कुछ जानते नहीं
अरे कोई बताओ हम करें क्या वो हमें पहचानते नहीं
चुरा के दिल बन रहे हैं भोले जैसे कुछ हाय
जैसे कुछ जानते ही नहीं
अरे कोई बताओ हम करें क्या वो हमें पहचानते नहीं
अभी चंद रोज पहले पहली मुलाक़ात में
कुछ कह रहे थे हमसे हाथ ले के हाथ में
अभी चंद रोज पहले पहली मुलाक़ात में
कुछ कह रहे थे हमसे हाथ ले के हाथ में
डाल गए जादू हाय जादू बात बात में
चुरा के दिल बन रहे हैं भोले
जैसे कुछ हाय जैसे कुछ जानते ही नहीं
अरे कोई बताये हम करें क्या वो हमें पहचानते नहीं
आज भी सुरूर छाया कल भी सुरूर था
इतना सा फर्क लेकिन कहने को ज़रूर था
आज भी सुरूर छाया कल भी सुरूर था
इतना सा फर्क लेकिन कहने को ज़रूर था
कल पीने वाला मैकदे से दूर था
चुरा के दिल बन रहे हैं भोले
जैसे कुछ हाय जैसे कुछ जानते ही नहीं
अरे कोई बताये हम करें क्या वो हमें पहचानते नहीं
वो भी एक रात प्यारी ये भी एक रात है
और ही थी बात तब की आज और बात है
वो भी एक रात प्यारी ये भी एक रात है
और ही थी बात तब की आज और बात है
जाने वो कहाँ हैं जो यहाँ हैं और साथ है
चुरा के दिल बन रहे हैं भोले
जैसे कुछ हाय जैसे कुछ जानते ही नहीं
अरे कोई बताये हम करें क्या वो हमें पहचानते नहीं
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Chura ke ban rahe hain bhole-Chhote nawab 1961
Artists: Amita, Mehmood
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