लड़की नहीं तू लकड़ी का खम्बा है-हिम्मतवाला १९८३
हैं जिसमें लकड़ी के खम्बे का जिक्र है. अपने ज़माने में इस फिल्म
के गाने खूब बजा करते थे. जो घर में नहीं सुन पाते थे वे इस गीत
को सार्वजनिक परिवहन के साधन में सुन लिया करते थे.
गीत जीतेंद्र और श्रीदेवी पर फिल्माया गया है जिसे इन्दीवर ने लिखा
है. इसकी धुन बप्पी लहरी ने बनाई है. गायक कलाकारों के नाम भी
हम बतलाये देते हैं-किशोर कुमार और आशा भोंसले.
गीत के बोल:
लड़की नहीं तू लकड़ी का खम्बा है
बक बक मत कर नाक तेरा लम्बा है
लड़की नहीं तू लकड़ी का खम्बा है
बक बक मत कर नाक तेरा लम्बा है
आ आ इधर आ तू आ आ
आ आ इधर आ तू आ आ
आ गया कहाँ से तू बड़ा ही निकम्मा है
जा के छुप जा तू जहाँ तेरी अम्मा है
आ गया कहाँ से तू बड़ा ही निकम्मा है
जा के छुप जा तू जहाँ तेरी अम्मा है
जा जा अरे तू जा जा
जा जा अरे तू जा जा
क़द तेरा ऊँचा सा डंडे के जैसा
मारूंगी
मुँह तेरा गोल गोल अण्डे के जैसा
काटूं दूँगी
तुम तो हो सुन्दर सी नारी
अरे बनती हो तुम क्यों कटारी
हाय हाय फूलों की तुम हो फुलवारी
बनती हो तुम क्यों कटारी
जा जा
फूल नहीं मैं जो तोड़ लोगे
मोम नहीं मैं जो मोड़ लोगे
काट लूंगी जो अरे मुँह लगोगे
जाओ जी देखो जी और कोई द्वार
हे हे लड़की नहीं तू लकड़ी का खम्बा है
बक बक मत कर नाक तेरा लम्बा है
आ गया कहाँ से तू बड़ा ही निकम्मा है
जा के छुप जा तू जहाँ तेरी अम्मा है
आ आ इधर आ तू आ आ
जा जा अरे तू जा जा
काटने को दौड़े तू बिल्ली के जैसी
हूँ नोच लूंगी
औरतपन भूले वो औरत है कैसी
परख लूंगी
मुस्काओ थोड़ा सा लजाओ
अरे क़िस्मत किसी की बनाओ
हाय हाय तितली सी उड़ती फिरो ना
घर तुम किसी का बसाओ
जा जा
मैं मछली नहीं जो फांस लोगे
छेड़ोगे तुम तो पिट जाओगे
टकराओगे तो मिट जाओगे
अरे बिजली हूँ तूफ़ां हूँ रहो होशियार
हे हे लड़की नहीं तू लकड़ी का खम्बा है
बक बक मत कर नाक तेरा लम्बा है
आ गया कहाँ से तू बड़ा ही निकम्मा है
जा के छुप जा तू जहाँ तेरी अम्मा है
आ आ इधर आ तू आ आ
जा जा अरे तू जा जा
अरे आ आ इधर आ तू आ आ
जा जा अरे तू जा जा
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Ladki nahin hai too lakdi ka-Himmatwala 1983
Artists: Jeetendra, Sridevi
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